(निज प्रतिनिधि)
पटना। बिहार रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी के नए अध्यक्ष नवीन कुमार और सदस्य आरबी सिन्हा और नूपुर बनर्जी की संयुक्त बैंच में चर्चित अग्रणी समूह के मामले के दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद निर्देश दिया कि चूंकि यह मामले काफी समय से लंबित है, इसलिए 15 जून से अब परियोजना वार्ड प्रतिदिन सुनवाई की जाएगी। परियोजना के अनुसार, भूमि मालिकों और आवंटियों को सुनवाई की निर्धारित तिथि पर उपस्थित होने के लिए बुलाया जाएगा।
रेरा के प्रतिनिधि को सभी चर्चाओं में जोड़ा जाएगा ताकि पैसा सीधे रेरा में स्थानांतरित हो जाए। शिकायतकर्ता यदि चाहे तो अपनी ओर से एक व्यक्ति को नामांकित भी कर सकते हैं। मामलों को समूहबद्ध किया जाएगा और परियोजनावार सुनवाई की जाएगी जिसमें भूस्वामियों को भी आवंटन के रूप में जोड़ा जाएगा। इसके लिए अग्रणी ग्रूप 1 दिन के भीतर परियोजनाओं की शुरुआत के वर्ष के बारे में जानकारी देगा, ताकि मामलों की सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया जा सके। प्रमोटर को वित्तीय विवरण प्रस्तुत करने के लिए 1 सप्ताह का समय दिया गया है।
आपको बता दें कि रेरा ने प्रारंभिक जांच में पाया कि भू स्वामियों के पास कोई पैसा नहीं बचा है,वहीं कई शिकायतकर्ताओं ने अपनाई जाने वाली प्रक्रिया की पारदर्शिता और प्रतिवादी द्वारा पैसे जमा करने की इमानदारी पर संदेह व्यक्त किया। कुछ शिकायतकर्ताओं ने नगद वापसी के बदले धवलपुरा,परमानंदपुर, सोनपुर में भूमि के समकक्ष भूखंड लेने की इच्छा व्यक्त की है, इस पर रेरा ने निर्देश दिया कि सभी शिकायतकर्ता जो भूमि के खिलाफ अपने रिफंड दावे को समायोजित करने के इच्छुक हैं, वे अपनी इच्छा ईमेल द्वारा भेज सकते हैं। रेरा ने अग्रणी के प्रमोटर को फिर कहा कि उसके निर्देशों का पालन न करने को गंभीरता से लिया जाएगा।