(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। राज्य में इंटरमीडिएट से लेकर स्नातकोत्तर तक की पढ़ाई सोमवार से शुरू हो जायेगी। इंटरमीडिएट की पढ़ाई वाले पांच हजार से अधिक स्कूल एवं 599 कॉलेज, स्नातक की पढ़ाई वाले 485 डिग्री कॉलेज तथा स्नातकोत्तर की पढ़ाई वाले 13 पारम्परिक विश्वविद्यालयों के स्नातकोत्तर विभाग तैयार हैं।
हालांकि, इंटरमीडिएट से लेकर स्नातकोत्तर तक की कक्षाओं में 50 फीसदी शिक्षार्थी प्रति कार्यदिवस पढ़ेंगे। दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर की भयावहता से बचाव को लेकर राज्य के सभी स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी एवं कोचिंग सहित सभी शिक्षण संस्थान गत पांच अप्रैल से ही बंद कर दिये गये। उसके बाद पांच मई से लॉकडाउन शुरू हुआ, जिसकी 15 मई तक की अवधि पहले 25 मई तक, फिर 31 मई तक और उसके बाद आठ जून तक बढ़ायी गयी।
उसके बाद कतिपय शर्तों के साथ नौ जून से 15 जून तक अनलॉक-वन एवं 16 जून से 22 जून तक अनलॉक-टू रहा। 23 जून से अनलॉक-थ्री चल रहा है, जिसकी मियाद छह जुलाई को पूरी हो गयी। अब, सात जुलाई से अनलॉक-चार शुरू हो गया है। 98 दिनों बाद अनलॉक-चार में सोमवार से 11वीं एवं उससे ऊपर की कक्षाएं प्रति कार्यदिवस 50 फीसदी शिक्षार्थियों की उपस्थिति के साथ चलेंगी।
राज्य में स्नातक स्तर तक की पढ़ाई वाले 485 डिग्री कॉलेजों में 260 अंगीभूत एवं 225 सम्बद्ध डिग्री कॉलेज हैं। ये सभी डिग्री कॉलेज 13 पारम्परिक विश्वविद्यालयों के तहत संचालित हैं। इनमें पटना विश्वविद्यालय, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, मगध विश्वविद्यालय, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, जयप्रकाश विश्वविद्यालय, बी. आर. ए. बिहार विश्वविद्यालय, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, बी. एन. मंडल विश्वविद्यालय, पूर्णिया विश्वविद्यालय, मुंगेर विश्वविद्यालय एवं मौलाना मजहरुल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय शामिल हैं। इन पारम्परिक विश्वविद्यालयों के स्नातकोत्तर विभागों में भी सोमवार से प्रति कार्यदिवस 50 फीसदी छात्र-छात्राओं की उपस्थिति के साथ पढ़ाई शुरू हो जायेगी।