प्राइमरी से लेकर प्लस-टू स्कूलों तक की हो रही एप्प से मॉनीटरिंग
(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। राज्य में एक माह में 8,398 स्कूलों पर इंस्पेक्शन की गाज गिरी है। इनमें 8,230 प्राइमरी एवं मिडिल स्कूल हैं। बाकी 168 सेकेंडरी एवं प्लस-टू स्कूल हैं। बेस्ट एप्प के माध्यम से मॉनीटरिंग के लिए इन स्कूलों के इंस्पेक्शन एक सितंबर से 30 सितंबर की अवधि में हुए। प्राइमरी एवं मिडिल स्कूलों की बात करें, तो इन स्कूलों का इंस्पेक्शन करने वालों में जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड साधनसेवी एवं संकुल समन्वयक शामिल थे।
इससे इतर सेकेंडरी एवं प्लस-टू स्कूलों का इंस्पेक्शन करने वालों में जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, कार्यक्रम पदाधिकारी एवं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी शामिल थे। इंस्पेक्शन के जद में आये स्कूलों में अररिया के 29, अरवल के 16, औरंगाबाद के 17, भागलपुर के 64, गोपालगंज के 105, जमुई के 201, जहानाबाद के 25, कैमूर के 33, खगडिय़ा के 72, किशनगंज के 16, मधेपुरा के 80, मधुबनी के 97, मुजफ्फरपुर के 112, नालंदा के 193, पूर्वी चंपारण के 130, रोहतास के 116, सहरसा के 100, सारण के 77, शेखपुरा के 76 एवं सुपौल के आठ प्राइमरी-मिडिल स्कूल हैं।
इससे इतर बांका के 107, बेगूसराय के 527, भोजपुर के 248, बक्सर के 521, दरभंगा के 350, गया के 738, कटिहार के 482, लखीसराय के 63, मुंगेर के 78, नवादा के 596, पश्चिम चंपारण के 191, पटना के 685, पूर्णिया के 125, समस्तीपुर के 453, शिवहर के 178, सीतामढ़ी के 306, सिवान के 831 एवं वैशाली के 354 प्राइमरी से लेकर प्लस-टू तक के स्कूल इंस्पेक्शन की जद में आये। इनमें बांका के 106, बेगूसराय के 470, भोजपुर के 248, बक्सर के 506, दरभंगा के 341, गया के 709, कटिहार के 470, लखीसराय के 62, मुंगेर के 77, नवादा के 588, पश्चिम चंपारण के 189, पटना के 675, पूर्णिया के 124, समस्तीपुर के 450, शिवहर के 173, सीतामढ़ी के 303, सिवान के 824 एवं वैशाली के 353 प्राइमरी एवं मिडिल स्कूल हैं।
आपको बता दूं कि जिला शिक्षा पदाधिकारी को प्रतिमाह आठ प्राइमरी-मिडिल स्कूल एवं तीन सेकेंडरी-प्लसटू स्कूल, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को प्रतितमाह 10 प्राइमरी-मिडिल स्कूल एवं चार सेकेंडरी-प्लसटू स्कूल, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को प्रतिमाह 20 प्राइमरी-मिडिल स्कूल एवं पांच सेकेंडरी-प्लसटू स्कूल, प्रखंड साधनसेवी को प्रतिमाह 25 प्राइमरी-मिडिल स्कूल एवं संकुल समन्वयक को प्रतिमाह संकुल के सभी प्राइमरी स्कूलों के इंस्पेक्शन की व्यवस्था है। इसमें बेस्ट एप्प की मदद ली जाती है।