पटना

पटना में डॉक्टर समेत तीन की कोरोना से मौत


पटना (आससे)। पटना में एक महिला डॉक्टर समेत तीन की मौत कोरोना से हो गई है। वहीं, रविवार को कोरोना के 2018 नए मरीज मिले हैं। इसमें 91 डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ हैं। इसके बाद पटना में सक्रिय मरीजों की संख्या बढक़र 9122 पर पहुंच गई है।

संक्रमण दर भी एक दिन में लगभग तीन प्रतिशत से अधिक बढक़र 21.94 प्रतिशत पर पहुंच गई है। रविवार को कुल 9198 लोगों की जांच रिपोर्ट आई थी। पीएमसीएच में पिछले दो महीने में यह किसी भी कोरोना संक्रमित की पहली मौत है। इससे पहले नवंबर के पहले सप्ताह में एक मरीज की मौत कोरोना से हुई थी। मृतक एसपी सिंह मोकामा के हाथीदह के निवासी थे। इसके अलावा पटना एम्स में फुलवारीनिवासी 50 वर्षीय मनोज कुमार सिंह की मौत हुई। ये एम्स के कोविड वार्ड में भर्ती थे। वहीं, महिला डॉक्टर प्रमिला गुप्ता की मौत भी कोरोना से हो गई है।

पीएमसीएच कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों की संख्या पांच रह गई है। इनमें से एक ऑक्सीजन पर जबकि दूसरा आईसीयू में वेंटिलेटर पर है। पीएमसीएच के सात डॉक्टर भी रविवार को कोरोना संक्रमित पाए गए। संक्रमितों की संख्या अचानक बढऩे से रिकवरी दर भी अब घटकर लगभग 95 प्रतिशत तक पहुंच गई है। एनएमसीएच में रविवार को 4 डॉक्टर व 13 पैरामेडिकल कर्मी संक्रमित पाए गए हैं। इसके अलावा महावीर कैंसर संस्थान में 17 डॉक्टर और 30 पारा मेडिकल स्टाफ हैं। इसके अलावा पटना एम्स में बीस डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ संक्रमित मिले हैं। इस तरह रविवार को पटना में कुल 91 नर्सिँग स्टाफ और डॉक्टर संक्रमित मिले हैं।

एम्स पटना में भी रविवार को एक कोरोना संक्रमित की मौत हो गई। कोविड-19 वार्ड में चार नये मरीज भर्ती हुए। रविवार को एक संक्रमित महिला स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज भी की गई। महिला पटना के आशियाना दीघा रोड की रहने वाली है। अब कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों की संख्या 40 हो गई है। एम्स में कोरोना के नोडल पदाधिकारी डॉ संजीव कुमार ने बताया कि रविवार को भी एम्स के 20 से ज्यादा डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी कोरोना संक्रमित आए हैं।

कोरोना की तीसरी लहर के दौरान संक्रमित महिला डॉक्टर प्रमिला गुप्ता की मौत हो गई। संक्रमित महिला डॉक्टर पीएमसीएच के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की पूर्व अध्यक्ष हैं। इनकी मौत शनिवार की शाम को हो गई थी। आईएमए के बिहार प्रभारी डॉ अजय कुमार ने बताया कि तीसरी लहर के दौरान ये कोरोना से संक्रमित हो गईं थी। बिहार में तीसरी लहर के दौरान यह किसी डॉक्टर की पहली मौत है।