पटना सिटी (आससे)। बिहार के सुपर कोबिड-19 अस्पताल नालंदा मेडिकल कॉलेज में राज्य भर से आ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या के बाद अस्पताल की स्थिति दिन-प्रतिदिन खराब होते जा रही हैं। ऐसे में बुधवार को एक दिन में ईलाज के दौरान बारी-बारी से 13 संक्रमित मरीजों ने दम तोड़ दिया हैं साथ ही लगातार दस दिनों में 61 संक्रमित की मौत हो चुकी हैं। इस संबंध में अस्पताल के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह, नोडल पदाधिकारी ने बताया कि जिन मरीजों की मौत हुयी हैं।
उसमें सारण, छपरा के सतेन्क्त साह के 35 वर्षीय पुत्र अशोक साह बेउर, अनीसाबाद पटना के नीरज कुमार सिन्हा की पत्नी रश्मि सिन्हा, मीना बाजार, पटना सिटी के 65 वर्षीय किशोर कुमार, दरियापुर, पटना स्व आरके सक्सेना के 87 वर्षीय पुत्र उर्मिला सक्सेना, परसा, इकमा, छपरा, सारण के गौतम प्रसाद के 55 वर्षीय पुत्र योगेन्क्त राय, मसूदपुर, गोपालगंज के गणेश तिवारी के 50 वर्षीय पुत्र मुक्तिका तिवारी, एलआईसीकॉलनी मुंगेर के श्री कांत यादव के 52 वर्षीय पुत्र कृष्ण कांत सिंह, सुल्तानपुर वैशाली के कृष्ण देव भगत के 55 वर्षीय पुत्र राम प्रसाद पासवान, काली स्थान, चौक पटना के स्व एसएन कक्कड़ की 80 वर्षीय पत्नी पुष्पा कक्कड़, डाकबंगला रोड़, हाजीपुर वैशाली के स्व मोती लाल कुमार के 57 वर्षीय पुत्र संजय कुमार, बी-35, पीसी कॉलनी, कंकड़बाग पटना के डॉ वीरेन्क्त स्वरूप के 54 वर्षीय पुत्र ललितेंन्क्त स्वरूप, रानी बाजार, नवादा के स्व-बलवीर गोस्वामी के 59 वर्षीय पुत्र जय प्रकाश गोस्वामी, कोठिया टोला,पटना के स्व दुर्गा पंडित के 65 वर्षीय पुत्र बंगाली पंडित शामिल हैं साथ ही अबतक 285 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी हैं।
अधीक्षक ने बताया कि सभी लाशों को भारत सरकार व डब्लूएचओं के दिशा-निर्देश पर बॉडी को सेनेटाईज कर सरकार के द्वारा उपलब्ध प्लास्टिक कबर में डालकर शब वाहन से अंतिम संस्कार करना हैं जबकि शव को परिजनों से स्पर्श नहीं कराना हैं।
कोविड-19 अस्पताल में 93 नये संक्रमित
कोविड-19 अस्पताल नालंदा मेडिकल कॉलेज में बुधवार का दिन सबसे खराब दिन रहा जहॉ एक दिन में 93 नये मरीज भर्त्ती हुए जबकि 13 संक्रमित मरीजों ने चंद घंटों के अंदर दम तोड़ दिया। वहीं 259 भर्त्ती मरीज का उपचार चल रही हैं। इस बात की जानकारी देते हुए अस्पताल के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि 5164 मरीज में 4055 ठीक होकर घर लौट गयी हैं अबतक 272 मरीज की मौत व 2137 भर्त्ती मरीज ठीक होकर घर लौट गए हैं।
इस संबंध में अस्पताल के एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ-मुकुल सिंह,अधीक्षक डॉ-विनोद कुमार सिंह व माइक्रोबॉयोलॉजी विभागघ्यक्ष सह नोडल पदाधिकारी डॉ संजय कुमार ने संयुक्त रूप से बताया कि माईक्रोंबॉयोलॉजी में 727 सैपल की जॉच में 122 कोरोना संक्रमित मरीज, टू-नेट-0-0 व रैपिड-0-0, आरटीपीसीआर में 727 मरीज में 122 कोरोना संक्रमित हैं जबकि अस्पताल में 243 वेड उपलब्ध, 4 ठीक होकर घर लौट गए हैं।
जबकि गुरू गोबिन्द सिंह सदर अस्पताल के नोडल पदाधिकारी डॉ आर-आर-चौधरी, अधीक्षक डॉ पशुपति कुमार सिंह, प्रबंधक साविर खान ने संयुक्त रूप से बताया कि टेक्नीश्यिन के संक्रमित होने पर जॉच का कम नहीं हुयी जिसमें रैपिड-0 में 0 कोरोना संक्रमित, आरटीपीसीआर में 0 -0 हैं साथ ही कंगनघाट स्थित पयर्टन सूचना केन्क्त स्थित आईसोलेशन वार्ड में 3 नया व 22 भर्त्ती मरीजों का ईलाज चल रही हैं। इस संबंध में अनुमंडलाधिकारी मुकेश रंजन ने बताया कि सेंटर में तत्काल 100 वेड का अस्थायी अस्पताल बनायी गयी हैं जिसमें 24 घंटे लगातार दो पाली डॉक्टर,नर्स व पारा मेडिकल स्टॉप तैनात हैं।
एम्स में 7 ने तोड़ा दम
फुलवारीशरीफ। पटना एम्स में बुधवार को 7 लोगों की मौत कोरोना से हो गयी, जबकि 24 नये कोरोना पॉजीटिव मरीजों को एडमिट किया गया है। एम्स कोरोना नोडल आफिसर डॉ संजीव कुमार के मुताबिक पटना एम्स में झारखंड, धनबाद, उत्तर प्रदेश, बिहार, भोजपुर, यूपी, सीवान, दरभंगा, भागलपुर, गया, देवरिया यूपी के मरीज समेत कुल 7 मरीजों की मौत कोरोना से हो गयी है। वहीं एम्स के आइसोलेशन वार्ड में 24 नये कोरोना पॉजीटिव मरीजों को भर्ती कर इलाज शुरू किया गया है। इसके अलावा एम्स में 14 लोगों ने कोरोना को मात दे दिया, जिन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। वहीं रविवार शाम तक आइसोलेशन वार्ड में एडमिट कुल 232 मरीजों का इलाज चल रहा था।