(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। राज्य में साक्षरता की राज्य प्रायोजित महादलित दलित एवं अल्पसंख्यक अतिपिछड़ा वर्ग अक्षर आंचल योजना के मुख्य स्त्रोत व्यक्तियों (केआरपी) के चयन में साक्षरता के क्षेत्र में कम से कम तीन वर्ष का कार्य अनुभव रखने वाले साक्षरताकर्मी को अधिकतम 10 अंक मिलेंगे।
इसके लिए महादलित दलित एवं अल्पसंख्यक अतिपिछड़ा वर्ग अक्षर आंचल योजना के मुख्य स्त्रोत व्यक्ति के चयन एवं सेवाशर्त से संबंधित मार्गदर्शिका, 2020 की कंडिका-04 के (घ) के प्रावधान ‘स्नातकोत्तर या उससे अधिक शैक्षणिक योग्यता-10 अंक’ में आंशिक संशोधन किया गया है।
संशोधन के माध्यम से ‘स्नातकोत्तर या उससे अधिक शैक्षणिक योग्यता या साक्षरता के क्षेत्र में कम से कम तीन वर्ष तक कार्य का अनुभव रखने वाले साक्षरता कर्मी-अधिकतम 10 अंक’ का प्रावधान किया गया है। इसके लिए साक्षरता का अनुभव रखने वाले अभ्यर्थी के तीन वर्ष का कार्य अनुभव उनके मानदेय या अनुश्रवण या प्रबोधन राशि प्राप्ति प्रमाण के आधार पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (साक्षरता) द्वारा अनुभव प्रमाण पत्र उनके कार्यालय से निर्गत किया जायेगा, जिसका अनुमोदन संबंधित जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी से आवश्यक होगा।