पटना

पटना के जाने-माने बिजनेसमैन ने की खुदकुशी


कई फार्म के मालिक थे खनूजा, गुलबी घाट पर हुआ अंतिम संस्कार, जांच में जुटी पुलिस

पटना ( निप्र)। पटना के टॉप बिजनेसमैन रंजीत सिंह खनूजा उर्फ पिंकी खनूजा ने शनिवार की देर रात फंदे से लटक कर अपने जीवनलीला समाप्त कर ली है। मामला पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के साईं अपार्टमेंट का जहां उनका शव फंदे से लटका मिला। मामले की जानकारी देते हुए पत्रकार नगर थाना अध्यक्ष मनोरंजन भारती ने बताया कि शनिवार की देर रात सूचना मिली की पेशे से बिजनेसमैन रंजीत सिंह खनूजा ने अपनी जीवन लीला अपने ही फ्लैट में समाप्त कर ली है, जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया।

दरअसल रंजीत सिंह खनूजा की गिनती पटना के टॉप बिजनेसमैनो में होती थी। जिन्होंने अपनी जीवन लीला अपने ही फ्लैट में फांसी लगाकर समाप्त कर ली है। मिली जानकारी के अनुसार रोज की तरह रंजीत खनूजा गोविंद मित्रा रोड स्थित अपने आवास से साढ़े दस बजे निकले। अपने अन्य संस्थानों से घूमकर पत्रकार नगर थाना क्षेत्र स्थित साईं अपार्टमेंट के अपने फ्लैट पर पहुचे। दरअसल रंजीत काम के बाद इस फ्लैट में रोज दो घंटे आराम करने जाया करते थे। इसी दौरान इन्होंने इस खौफऩाक कार्य को अंजाम दिया, फिलहाल पुलिस अब आत्महत्या के इस गुत्थी को सुलझाने में लग गई है।

रजीत खनूजा के मौत के खबर से पटना के व्यवसायी वर्ग आहत के साथ हैरत में भी है। बताया जाता है कि रोज क तरह खनूजा पत्रकार नगर स्थित अपने फ्लैट पर आराम करने के लिए गये थे। लगभग तीन घंटे के बाद जब वे बाहर नही आये तो उनका चालक मोहित ने इसकी सूचना उनकी पत्नी को दिया। उनकी पत्नी ने मोहित को दरवाजा तोडने को कहा। चालक मोहित ने जब खिडकी से कमरे के अंदर झाका तो दंग रह गया रजीत धोती के सहारे फंदे से लटके हुए थे। इधर घटना की जानकारी मिलते ही सबसे पहले उनके भाई यश फ्लैट पर पहुचे।

इधर घटना की जानकारी मिलते ही पत्रकारनगर थाना की पुलिस भी मौके पर पहुच गयी और अपनी पडताल में जुट गयी। वही सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना काल मे हुए नुकसान के कारण खनूजा तनाव मे चल रहे थे। हालाकि खनूजा को जानने वाले लोग बता रहे है की पैसे की उनके पास कोई कमी नही थी तो फिर उन्होने आत्महत्या जैसी कदम आखिरकार क्यो उठाया। हालाकि स्थानीय पुलिस पूरे मामले की पडताल कर रही है। रंजीत खनूजो के दोस्तो या जानने वालो की माने तो रंजीत काफी जिन्दादिल इंसान थे। उनके साथ काम करने वाले लोगो ने बताया कि फ्रेजर रोड स्थित एक ७० कमरो को होटल भी बनवाया था लेकिन अभी उसका शुभारंभ नही हो पाया था। उनके जानने वालो का साफ कहना है कि आत्महत्या के प्रश्न पर सदेह है, पैसे की कमी के बारे मे किसी ने नही बताया।

बताया जाता है की कारोबारी रंजीत सिंह खनूजा पीरबहोर थाना क्षेत्र के गोविंद मित्रा रोड के एसपी घोष लेन स्थित खनूजा हाउस में परिवार के साथ रहते थे। वह प्रतिष्ठित कारोबारी हरवंश सिंह खनूजा के दूसरे नंबर के बेटे थे। उनकी गिनती पटना के करोड़पति कारोबारी के रूप में थी। वह पटना के न्यू पंजाब टेंट हाउस, न्यू पंजाब क्रॉकरी, पंजाब टेंट हाउस, बोरिंग रोड स्थित घर आंगन रेस्टोरेंट एंड गार्डेन, कुर्जी मोड़, गया पटना रोड स्थित उमरॉव मैरिज गार्डेन और गोविंद मित्रा रोड पर गर्ल्स हॉस्टल के मालिक थे। पिंकी खनूजा के दो बेटे हैं, जिसमें बड़ा बेटा यश खनूजा व छोटा देव खनूजा है।

पिता की मौत की सूचना मिलते ही छोटा बेटा बेंगलुरु से रविवार की सुबह साढ़े आठ बजे पटना पहुंचा। छोटे बेटे के आने के बाद परिजन पिंकी खनूजा के पार्थिव शरीर को गुरुद्वारा लेकर गये और वहां से अंतिम संस्कार के लिए रवाना हो गये। उनकी शव यात्रा में पटना के सैकड़ों बड़े कारोबारी व राजनेता शामिल थे। गुलबी घाट पर बड़े बेटे यश खनूजा ने मुखाग्नि दी।