पटना

पटना: कोरोना, बाढ़ एवं सुखाड़ से निपटने की है पूरी तैयारी


ग्रामीण विकास मंत्री ने की समस्तीपुर जिला की समीक्षा

(आज समाचार सेवा)

पटना। ग्रामीण विकास-सह-समस्तीपुर जिला के प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार ने कहा है कि यहां कोरोना संक्रमण से बचाव और पीडितों के इलाज मे जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सक्रिय है। वहीं बाढ व सुखाड से निपटने की पूरी तैयारी हैं। श्री कुमार शनिवार को जिला में बाढ़/सुखाड़ हेतु पूर्व तैयारी एवं कोरोना संक्रमण से उत्पन्न स्थिति की वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक की।

जिसमें केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानन्द राय, बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चैधरी, बिहार विधान सभा के उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी, राज्यसभा सांसद  रामनाथ ठाकुर, लोकसभा सांसद  चैधरी महबूब अली कैसर एवं  प्रिंस राज, विधान पार्षद मदन मो हन झा, विधानसभा सदस्य  अशोक कुमार,  आलोक कुमार मेहता,  कुमार रणविजय,  राजेश कुमार सिंह, अजय कुमार,  अख्तरूल ईस्लाम शाहीन,  वीरेन्द्र कुमार, जिला पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक के साथ जिला के सभी संबंधित पदाधिकारी ने भाग लिया एवं अपने-अपने सुझाव दिये।

बैठक में समस्तीपुर जिला में कोरोना संक्रमण की स्थिति एवं उपलब्ध चिकित्सीय सहायता पर विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। समस्तीपुर जिला के 20 प्रखंडों के कुल 378 ग्राम पंचायतों में कोरोना संक्रमण की जाँच की जा रही है। समस्तीपुर जिला में 697 कोरोना संक्रमितों का उपचार किया गया जिसमें से 348 रोगियों को ठीक होने के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया, 120 रोगियों को अन्य अस्पताल में उपचार हेतु रेफर किया गया, 12 का उपचार वेंटिलेटर पर किया जा रहा है। समस्तीपुर जिला में बी0-टाईप छोटे सिलिण्डरों की संख्या 315, डी0-टाईप बड़े सिलिण्डरों की सं0 202, पाईपलाईन बेड की संख्या 80 एवं ऑक्सीजन कांसेन्ट्रेटर की सं0 86 है।

बैठक में बताया गया कि समस्तीपुर जिला में होम आइसोलेटेड रोगियों की सं0 1 हजार 879 है जबकि जिला के 378 ग्राम पंचायतों के 5 हजार 153 वार्डों के लिए अबतक 19 लाख 76 हजार 875 मास्क का क्रय किया गया है जिसमें से 2 लाख 25 हजार 841 परिवारों के बीच अबतक 13 लाख 55 हजार 46 मास्क का वितरण किया गया है। बैठक में यह बात सामने आयी कि डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेन्टर के कुल 11 अस्पतालों में कुल 561 बेड उपलब्ध है जिसमें से 95 बेड पर अभी उपचार चल रहा है। कोरोना संक्रमण की सहायता हेतु कोविड-19 कंट्रोल रूम की स्थापना की गयी है।

जिला में 45 साल से अधिक उम्र के 2 लाख 24 हजार 263 व्यक्तियों को टीका का प्रथम डोज एवं 59 हजार 653 व्यक्तियों को द्वितीय डोज दिया गया है जबकि 18 से 44 साल के उम्र वाले 45 हजार 933 व्यक्तियों को प्रथम डोज दिया जा चुका है, समस्तीपुर जिला में 36 सामुदायिक किचन कार्यरत हैं जिससे अबतक 56 हजार 864 लोगों को भोजन उपलब्ध कराया गया। बैठक के दौरान चिकित्सकों, पारामेडिकल कर्मियों एवं अन्य चिकित्सीय उपकरणों, मास्क के वितरण एवं सेनेटाइजेशन आदि पर विस्तृत चर्चा की गयी।

आपदा प्रबंधन की समीक्षा के दौरान आपदा प्रभावित परिवारों में से 18 हजार 203 लोगों के आधार का अद्यतीकरण कर लिया गया है जबकि 141 ऑगनबाड़ी केन्द्रों को ऊँचे स्थलों पर स्थानांतरित करने की कार्रवाई की जा रहा है। बैठक में तटबंधों की सुरक्षा पर भी चर्चा की गयी। जिला में बाढ़ निरोधक कार्यों की सं0 17 है। समस्तीपुर जिला में परिचालन योग्य उपलब्ध कुल सरकारी नावों का भाड़ा एवं नाविकों की मजदूरी का भुगतान किया जा चुका है, साथ ही जिला में 334 निजी नाव उपलब्ध है। बाढ़ के दौरान पॉलिथीन, राहत केन्द्रों एवं सामुदायिक किचेन पर भी चर्चा की गयी।

जिले में बाढ़ के दौरान 768 सामुदायिक किचेन चालू करने की योजना है। बैठक में मानव एवं पशु हेतु दवा तथा पशु चारा की उपलब्धता के अलावे मोबाईल मेडिकल कैम्प पर भी चर्चा की गयी। अबतक 40 मोबाइल मेडिकल टीम का गठन कर लिया गया है, साथ ही 84 पशु चिकित्सा शिविर चिन्हित किये गये हैं। पेयजल एवं गोताखोरों, मोटरबोट, लाईफ जैकेट, पूर्व के नाव के भाड़ा एवं नाविकों के दैनिक मजदूरी के भुगतान एवं सड़कों की स्थिति आदि पर विस्तृत चर्चा की गयी।

माननीय प्रभारी मंत्री ने बैठक के दौरान उठाये गये सभी बिन्दुओं पर अनुपालन सुनिश्चित करने का निदेश जिला पदाधिकारी को दिया एवं यह भी निदेश दिया गया कि कोरोना संक्रमण एवं बाढ़ सुखाड़ सहित जिला के सभी समस्याओं के बारे में हमेशा स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सुझाव प्राप्त कर उस पर कार्रवाई करें।  अन्त में समस्तीपुर जिला के दिवंगत विधान पार्षद स्व0 हरि नारायण चैधरी के सम्मान में एक मिनट का शोक प्रकट करते हुए बैठक की कार्यवाही समाप्त की गयी।