(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। मैट्रिक की परीक्षा में व्यवस्था ऐसी है कि दायें-बायें, आगे-पीछे ताक-झांक से भी नकल की गुंजाइश नहीं है। इसलिए कि परीक्षार्थी के अगल-बगल और आगे-पीछे वाले परीक्षार्थियों को क्वेश्चन पेपर के अलग-अलग सेट दिये जा रहे हैं।
परीक्षा में प्रश्नपत्रों के 10 सेट (यथा-ए, बी, सी, डी, ई, एफ, जी, एच, आई, जे) हैं, जिससे सीटवार हर 10 परीक्षार्थी तक अलग-अलग सेट में प्रश्नपत्र दिये जा रहे हैं। दोनों पाली की परीक्षा में परीक्षा शुरू होने के दस मिनट पहले तक ही परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिये जा रहे हैं। प्रवेश के समय स्टैटिक मजिस्ट्रेट एवं तैनात पुलिस के जवानों के माध्यम से परीक्षार्थियों की तलाशी ली जा रही है। अपने लिये तय परीक्षा-कक्ष में पहुंचने पर परीक्षार्थी को एक बार फिर तलाशी से गुजरना पड़ रहा है।
परीक्षा-कक्षों में हर 25 परीक्षार्थी पर एक वीक्षक दिये गये हैं। हर वीक्षक अपने हिस्से के परीक्षार्थियों की तलाशी के बाद घोषणा-पत्र भर कर दे रहे हैं कि परीक्षार्थियों के पास किसी प्रकार की आपत्तिजनक वस्तु नहीं है। परीक्षार्थियों को परीक्षा भवन में प्रवेश पत्र एवं पेन के अलावा कुछ भी नहीं ले जाने की इजाजत है। कैलकुलेटर, मोबाइल फोन एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स (ब्लूटूथ, इयरफोन) पर पूरी तरह बैन है। परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे की नजर है। वीडियो कैमरे से भी परीक्षा संचालन व्यवस्था पर नजर रखी जा रही है।
परीक्षा अवधि में हर परीक्षा केंद्रों के दो सौ गज की परिधि में धारा-144 लागू रह रही है। ‘बीएसईबी एग्जाम 2021’ नाम से एक व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाया गया है, जिससे सभी जिलाधिकारी एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी के साथ-साथ बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पदाधिकारी जुड़े हैं। ऐसा सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान एवं उसके निराकरण के लिए किया गया है। इसके साथ ही बिहार विद्यालय परीक्षा समिति में कंट्रोल रूम भी काम कर रहा है। परीक्षा शुरू होते ही इंस्पेक्शन में जोनल, सब जोनल एवं सुपर जोनल मजिस्ट्रेट परीक्षा केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। शिक्षा विभाग द्वारा जिला स्तर पर तैनात नोडल अफसर भी पहुंच रहे हैं।
प्रशासन एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी भी घूम रहे हैं। राजधानी की बात करें, तो शहीद राजेंद्र प्रसाद सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय परीक्षा केंद्र सहित सभी परीक्षा केंद्रों में दंडाधिकारी एवं पुलिस के जवान चौकस हैं। शहीद राजेंद्र प्रसाद सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय परीक्षा केंद्र के केंद्राधीक्षक महेश चौबे की व्यवस्था ऐसी है कि परिंदा भी पर न मार सके। कमोबेश, ऐसी ही व्यवस्था राजधानी के तमाम परीक्षा केंद्रों की है।