पटना

पटना: जहरीली शराब से संदिग्ध मौत को लेकर विपक्ष का हंगामा


पटना (आससे)। भागलपुर और बांका में जहरीली शराब से हुई कथित संदिग्ध मौत को लेकर सदन के बाहर और अंदर विपक्ष ने जमकर हंगमा किया। हंगामा के चलते प्रथम पाली में प्रश्नोत्तर काल छोड़ अन्य कोई कार्य नहीं हो सका। स्पीकर और संसदीय कार्य मंत्री की तमाम अपील को दरकिनार कर विपक्ष सदन के अंदर बेल में नारेबाजी करते रहे। न शून्य काल हो सका और ना ही ध्यानाकर्षण सूचनाएं पढ़ी जा सकी।

सदन की कार्यवाही शुरू होने से पूर्व बाहर परिसर में विपक्षी सदस्य जहरीली शराब से हुई मौत के जिम्मेवारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने, पीडि़त परिवार को मुआवजा की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में राजद, माले और कांग्रेस के सदस्य थे। सदन की कार्यवाही शुरू होती ही माले के सत्यदेव राम और राजद के ललित कुमार यादव, भाई वीरेंद्र, जीतेंद्र कुमार राय, कांग्रेस के अजित शर्मा समेत कई सदस्यों ने भागलपुर और बांका की घटना को लेकर विशेष बहस कराने एवं सरकार की ओर से वक्तव्य दिलाने की मांग को लेकर शोर मचाने लगे।

विधानसभाध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने इस मामले को लेकर कई सदस्यों की ओर से कार्यस्थगन प्रस्ताव आया है। इसे समय पर उठाईयेगा। इसके बाद सदन में प्रश्नोत्तर काल शुरू हुआ। इसमें तीन अल्पसूचित तथा एक दर्जन तारांकित प्रश्नो के जवाब हुए। जबकि हंगामे के बीच तीन सदस्यों ने शून्यकाल की सूचनाएं पढ़ी। प्रश्नकाल की समाप्ति के बाद एकबार फिर विपक्षी सदस्यों की ओर से शोरगुल शुरू होने लगा। स्पीकर ने नियमों का हवाला देते हुए पहले कार्यस्थगन सूचना को अमान्य करने की घोषणा की। इसके बाद तमाम विपक्षी सदस्य हंगामा करते हुए बेल में आ गये और सरकार विरोधी नारे लगाने लगे।

हालांकि स्पीकर विजय कुमार सिन्हा और संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने नाराज सदस्यों को समझाने की भरसक कोशिश की परंतु वे नहीं मानें। संसदीय कार्य मंत्री ने तो यहां तक कहा कि गृह विभाग की अनुदान मांग पर दो दिन बाद सदन में चर्चा होना है उस वक्त आप अपनी बातों को रख सकते हैं, लेकिन विपक्ष नहीं माना। स्पीकर ने तो यहां तक कहा कि गृह विभाग की अनुदान मांगों पर मुख्यमंत्री स्वयं जवाब देंगे। उसी क्रम में आप जिस मुद्दों को उठा रहे हैं उस पर सरकार अपना वक्तव्य देगी, लेकिन विपक्ष नहीं माना। अंतत: विधानसभाध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सदन की कार्यवाही निर्धारित समय से पूर्व भोजनावकाश तक के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया।