पटना

पटना: पांच वर्ष में साइबर फ्रॉड के 2165 मामले दर्ज


साइबर थाना खोलने की जरूरत नहीं: श्रवण

पटना। ग्रामीण विकास सह प्रभारी गृह मंत्री श्रवण कुमार ने बुधवार को विधानसभा में विजय कुमार खेमका समेत अन्य द्वारा लाये गये ध्यानाकर्षण के जवाब में बताया कि २०१६ से लेकर अब तक साइबर फाड के २१६५ मामले दर्ज कराये गये हैं। साइबर अपराध के अनुसंधान को लेकर सभी जिलों को मुख्यालय से तकनीक सहयोग उपलब्ध कराया जा रहा है।

उन्होने कहा कि जिला स्तर पर ७४ साइबर क्राइम एंड सोशल मीडिया यूनिट का गठन किया गया है। विभिन्न जिलों में थाना की संख्या कें अनुपात में सीसीएसएमयू की संख्या चिन्हित की गयी है। प्रथम चरण में ३९ पुलिस जिलों एवं आर्थिक अपराध इकाई पटना में सात सीसीएमयू की स्थापना की जा चुकी है। आर्थिक अपराध इकाई सीसीपीइसी योजना के तहत ७४० थानाध्यक्षों को पांच दिवसीय, १२६७ अन्य पुलिस पदाधिकारियों, २०१ न्यायिक पदाधिकारियों एवं १८८ अभियोजन पदाधिकारियों को तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है।

मंत्री ने बताया कि इओयू द्वारा साइबर अपराध के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए ११०० से अधिक साइबर सेनानी व्हाट्ïसएप ग्रुप का गठन किया गया है, जिसमें दो लाख से अधिक सदस्य हैं। इओयू द्वारा जनता में जागरूकता बढ़ाने के लिए ई-पोस्टर तैयार किया जाता है। उन्होने बताया कि साइबर क्राइम की मॉनीटरिंग ओपी स्तर से भी की जाती है। सह विशुद्ध रूप से जागरूकता से जुड़ा मसला है। सरकार साइगर क्रिमिनलों से सख्ती से निबटेगी।