पटना

पटना: मनरेगा की मजदूरी दर अब 198 रुपये प्रति दिन


20 करोड़ का श्रम बजट स्वीकृत: श्रवण

पटना (आससे)। सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष में २० करोड़ का श्रम बजट स्वीकृत किया है। जो मनरेगा में काम करने को इच्छुक होंगे उन्हें आवेदन के दो दिन के अंदर नया जॉब कार्ड उपलब्ध कराया जायेगा। इस वर्ष दो करोड़ पौधा लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वहीं मनरेगा के मजदूरों की मजदूरी प्रति दिवस १९८ रुपये तय किये गये हैं। यह कहना है ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार का। मंगलवार को वे पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष २०२०-२१ के लिए ग्रामीण विभाग को केंद्र सरकार से प्रारंभ में १८ करोड़ मानव दिवस का श्रम बजट दिया गया था जिसे राज्य सरकार के अनुरोध पर २२ करोड़ ५० लाख कार्य दिवस किया गया। वित्तीय वर्ष की समाप्ति पर राज्य में मनरेगा योजना के तहत कुल २२ करोड़ ७९ लाख ३३ हजार मानव दिवस का सृजन किया गया जो लक्ष्य का १०१.३३ प्रतिशत है।

मंत्री ने बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष में ५१ लाख ३६ हजार परिवारों के ५८ लाख ६४ हजार से अधिक लोगों को रोजगार दिया गया एवं प्रत्येक परिवार औसतन रोजगार दिवस की संख्या ४४.३९ रही जिसमें महिलाओं की भागीदारी ५४.६९ प्रतिशत एवं एससी-एसटी की भागीदारी १२ १२.५८ रही। साल में १०० दिन रोजगार पाने वाले परिवारों की संख्या ३५ हजार ५०७ रही।

उन्होंने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष के लिए केंद्र सरकार ने  २० करोड़ मानव दिवस का श्रम बजट स्वीकृत किया गया है जिसके विरुद्घ अभी तक एक लाख ४६ हजार ३६ मानव दिवस का सृजन किया गया है। केंद्र सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष के लिए मनरेगा अंतर्गत अकुशल मजदूरी का दर १९८ रुपया निर्धारित किया गया है जो विगत वर्ष से चार रुपया अधिक है।

उन्होंने बताया कि मनरेगा के तहत पिछले वित्तीय वर्ष में मनरेगा योजना के तहत एक रकोड़ २० लाख ४६ हजार पौधों का पौधारोपण किया गया एवं चालू वित्तीय वर्ष में दो करोड़ पौघारोपसा करने का लक्ष्यहै, जिसमें जीविका दीदीयों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

उन्होंन बताया कि विगत वर्ष एवं चालू वित्तीय वर्ष में कोरोना संक्रमण के चलते भारी संख्या में अन्य राज्यों से अपने घर वापस आये लोगों को मनरेगा के तहत रोजगार प्रदान करने में अहम भूमिका निभायेगा। मनरेगा मजदूरों को मास्क लगाने, बराबर सेनेटाइजर का उपयोग करने की सलाह दी गयी है।