पटना (निप्र)। पटना के गाय घाट रिमांड होम मामले को लेकर निर्भया केस के अधिवक्ता सीमा समृद्धि पटना पहुची और एक प्रेस वार्ता के दौरान कही की सरकार को चाहिए की एक एसआईटी टीम का गठन कर पूरे प्रकरण की जांच की जाये और रिमांड होम की सुररिटेंडेट वंदना गुप्ता को तुरंत निलंबित करे।
सीमा सृद्धि ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि मामले में अधिकारी संवेदनशील तरीके से काम नहीं कर रहे हैं। पटना की सडक़ों पर एक बेटी न्याय की भीख मांग रही है, लेकिन पुलिस ने अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की है। रेप के कानूनों के तहत तुरंत ही प्राथमिकी दर्जकरना चाहिए था। उन्होने एक सवाल किया की क्या शादीशुदा लडक़ी का रेप नहीं हो सकता? उन्होने कहा की बिहार सरकार को तुरंत इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
सीमा समृद्धि ने कहा कि अब तक इस लडक़ी का मेडिकल चेकअप हो जाना चाहिए था। यह गंभीर विषय है। इस मामले मे तुरंत प्राथमिकी दर्ज होना चाहिए और रिमांड होम की सुपरिटेंडेट वंदना गुप्ता को निलंबित किया जाना चाहिए। वही इस मामले में कारवाई नही करने वालो को भी निलंबित किया जाना चाहिए। किस-किस डेट में किस-किस काउंसलर ने काउंसिलिंग की, ये सब कुछ सामने आना चाहिए। सीमा समृद्धि ने मांग की है कि इस मामले में एक जांच कमिटी बनाई जाए, जिसमें महिला विकास मंच को भी सदस्य बनाया जाए। अब कहा कि समय आ गया है कि देश के सभी शेल्टर होम की जांच हो।
मामले में जानकारी देते हुए महिला विकास मंच की अध्यक्ष वीणा मानवी ने कहा कि समाज कल्याण के अधिकारी कॉल कर रहे हैं। शुक्रवार को लडक़ी को लेकर 11 बजे बुलाया गया है। हम सरकार से डिमांड करेंगे कि विभाग में जो भी हो ऑन कैमरे के सामने हो।