-
-
- हर जिले में बनेगा टेक्निकल टीम का कोषांग
- शिक्षकों को पूर्ण करने होंगे 13 मोड्यूल
-
(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। राज्य में माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों की ‘निष्ठा’ ट्रेनिंग ऑनलाइन होगी। इसके लिए हर जिले में टेक्निकल टीम का कोषांग बनेगा। ट्रेनिंग एक अगस्त से होगी।
इस बाबत राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (समग्र शिक्षा अभियान) को निर्देश दिये गये हैं। इसके मुताबिक जिलों में टेक्निकल टीम कोषांग के गठन को लेकर सोमवार को बारह बजे दिन तक राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद ने जानकारी मांगी है।
जला शिक्षा पदाधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (समग्र शिक्षा अभियान) को दिये गये निर्देश के मुताबिक जिला स्तर के टेक्निकल टीम को ऑनलाइन मोड में उन्मुखीकरण कार्यक्रम के लिए प्रशिक्षित किया जायेगा। उसे एक सोशल मीडिया ग्रुप से जोड़ा जायेगा, जिसे समय-समय पर ‘निष्ठा’ ट्रेनिंग से संबंधित अपडेट दिया जायेगा। जिला शिक्षा पदाधिकारी, प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों के प्रशिक्षण में आने वाले समस्याओं के निराकरण के लिए टेक्निकल टीम के सभी अधिकारी-कर्मचारियों का मोबाइल नम्बर एवं नयी ईमेल आईडी जिला स्तर पर बना कर सभी प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों को उपलब्ध कराया जायेगा।
एक अगस्त से पहले चरण की ‘निष्ठा’ ट्रेनिंग शुरू हो जायेगी। इसके पहले जिला स्तर पर यह सुनिश्चित किया जायेगा कि सभी प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों का ‘दीक्षा’-पोर्टल पर शतप्रतिशत सेल्फ रजिस्ट्रेशन हो जाय। ‘निष्ठा’ ट्रेनिंग के तहत सभी शिक्षकों को 13 मोड्यूल पूर्ण करने हैं। इसमें 12 जेनरिक कोर्स एवं एक विषय आधारित पेडागोजी कोर्स होगा। जेनरिक कोर्स पूर्ण करने की अवधि तीन से चार घंटे तथा विषय आधारित पेडागोजी कोर्स पूर्ण करने की अवधि 24 से 25 घंटे की होगी। 30 दिनों के अंदर तीन जेनरिक कोर्स पूर्ण करने हैं। यानी, 10 दिन में एक कोर्स पूर्ण करने हैं।
प्रत्येक मोड्यूल के अंत में एक असेसमेंट टेस्ट निर्धारित है। उसमें 20 प्रतिशत प्रश्न विकल्प के साथ मौजूद रहेंगे। असेसमेंट टेस्ट सफलतापूर्वक पूर्ण करने के लिए 70 फीसदी स्कोर लाने होंगे। उसके बाद ही संबंधित कोर्स के सर्टिफिकेट संबंधित शिक्षक को मिलेंगे। प्रत्येक मोड्यूल के असेसमेंट टेस्ट को पूर्ण करने के लिए अधिकतम तीन प्रयासों की सीमा निर्धारित है।