(आज समाचार सेवा)
पटना। लखीसराय में स्पीकर के साथ पुलिस पदाधिकारियों की दुवर्यवहार और जुम्मे की नमाज के दिन सदन में नयी परिपार्टी स्थापित करने के विरोध में जमकर हंगामा हुआ। प्रथम पाली में मात्र तीन अल्पसूचित प्रश्न, तीन ध्यानाकर्षण सूचना का जवाब शुन्यकाल की सूचनायें पढ़ी जा सकी।
सदन की कार्यवाही प्रारभ होते ही प्रहलाद यादव ने लखीसराय की घटना में सरकार की मंशा क्या है। आसन के नियमन को सरकार ही जब नहीं मानना आपत्तिजनक है। माननीय विधायकों का क्या होगा। इसके बाद राजद, माले और कांग्रेस के विधायक बेल में आकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। जबकि भाजपा के सदस्य अपनी सीट पर खड़े होकर सरकार के रवैये का विरोध कर रहे थे। विधानसभाध्यक्ष ने कहा कि सरकार को सदन में जवाब देने के लिए दिया था। संसदीय कार्य मंत्री सदन में नहीं हैं, आयेंगे तो जवाब देंगे। कार्यमंत्रणा समिति की बैठक के बाद सरकार जवाब देगी।
स्पीकर के इस कथन को भी हंगामा कर रहे विधायक मानने को तैयार नहीं थे। हालांकि उप मुख्मंत्री रेणु देवी ने कहा कि जब डीजीपी से रिपोर्ट मांगी गयी है। रिपोर्ट आ भी गयी होगी। सरकार पर विश्वास रखिये। प्रश्नोत्तर काल तो चलने दीजिये। सत्ताररूढ दल के उप मुख्य सचेतक जनक सिंह का कहना था कि विधायिका पर अगर इस तरह कार्यपालियका की ओर से प्रहार होगा सदन कैसे चलेगा। स्पीकर ने कहा कि सरकार सजग है निसकमन और सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सरकार पालन करती है।
हंगामा नहीं थमते देखते स्पीकर ने आधे घंटे तक के लिए सदन की कार्यवाही को स्पीकर ने स्थगित कर दिया। जब सदन दुबारा बैठी तो स्थिति को शांत नहीं होते देख सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। उन्होंने कहा कि एक बजे से कार्यमंत्रणा समिति की बैठक होगी। इसके बाद निर्णय होगा। इसी बीच स्पीकर ने ध्यानाकर्षण सूचना पढऩे लिए प्रणव कुमार को पुकारा। श्री कुमार का प्रश्न गौशाला की ११० एकड़ जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने को लेकर था। लेकिन इससे पहले स्पीकर ने कहा कि जिन लोगों को जुम्मा का नमाज पढऩा है तो अगर सदन सहमत हो तो उनसे पहले उनकी सूचना पढ़वा लें।
कांग्रेस के विजय शंकर दुबे ने कहा कि नियमावली और परंपरा को इस तरह तोडऩा नहीं चाहिए। उनके इतना कहते ही भाजपा के संजय सरावगी के नेतृत्व में भाजपा सदस्य यह कहते हुए आपत्ति जताने लगे कि गौशाला का प्रश्न है तो वेबजह जुम्मे का नमाज अता करने के लिए साढ़े बारह बजे सदन की कार्यवाही स्थगित करने की मांग कर रहा है। यह आपत्तिजनक है।