पटना

पटना: 562 अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट निकले फर्जी


नहीं मिलेगी नौकरी, होगी कानूनी काररवाई भी

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। प्रारंभिक शिक्षक पद के लिए 562 चयनित अभ्यर्थियों के टीईटी या सीटीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) के सर्टिफिकेट जांच में फर्जी पाये गये हैं। 358 और चयनित अभ्यर्थियों के टीईटी या सीटीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) के सर्टिफिकेट संदेह के दायरे में हैं। इसकी दुबारा जांच करायी जायेगी।

शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि जिन 562 चयनित अभ्यर्थियों के टीईटी या सीटीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) के सर्टिफिकेट जांच में फर्जी निकले हैं, उनका चयन रद्द किया जा रहा है। उन पर कानूनी काररवाई भी की जायेगी। इसलिए कि, यह कोई साधारण अपराध नहीं है।

शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने बताया कि राज्य में छठे चरण में होने वाली प्रारंभिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए  चयनित  अभ्यर्थियों के टीईटी या सीटीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) के सर्टिफिकेट जांच में 920 चयनित अभ्यर्थियों के टीईटी या सीटीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) के सर्टिफिकेट संदेह के दायरे में आये। इनमें से 562 चयनित अभ्यर्थियों के टीईटी या सीटीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) के सर्टिफिकेट जांच में फर्जी पाये गये। बाकी 358 चयनित अभ्यर्थियों के टीईटी या सीटीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) के सर्टिफिकेट की दुबारा जांच करायी जायेगी।

562 चयनित अभ्यर्थियों के टीईटी या सीटीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) के सर्टिफिकेट फर्जी पाये गये हैं, उनमें 93 अभ्यर्थी भोजपुर के, 65 अभ्यर्थी पूर्वी चंपारण के, 38 अभ्यर्थी नालंदा के, 29 अभ्यर्थी मुजफ्फरपुर के एवं 35 अभ्यर्थी सीवान के हैं।

शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने छठे चरण के तहत ही प्रारंभिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए होने वाली विशेष चक्र की काउंसलिंग में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों से कहा है कि अगर उन्हें अपने टीईटी या सीटीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) के सर्टिफिकेट की वैधता पर विश्वास न हो, तो काउंसलिंग में शामिल नहीं हों। इससे वे प्राथमिकी और बाकी कानूनी काररवाई से बच सकेंगे।