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- 2,179 पद महिलाओं के लिए आरक्षित
- 35 हजार रुपये प्रतिमाह के वेतनमान में होगी नियुक्ति
- बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा ली जायेगी 150 अंकों की परीक्षा
- परीक्षा में होगी निगेटिव मार्किंग भी
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(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। राज्य में उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 6,421 प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। इसके लिए बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा ली जाने वाली लिखित परीक्षा में बैठने के लिए शनिवार से ऑनलाइन आवेदन लिये जायेंगे। ऑनलाइन आवेदन भरने की अंतिम तिथि 28 मार्च है। प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति 35 हजार रुपये प्रतिमाह के वेतनमान में होगी। उन्हें सरकार द्वारा समय-समय पर दिये जाने वाले भत्ते भी मिलेंगे।
प्रधानाध्यापकों के 6,421 पदों में 2,179 पद 35 प्रतिशत क्षौतिज आरक्षण के आधार पर महिलाओं के लिए हैं। दो प्रतिशत के आधार पर 128 पद केंद्र से पेंशन पाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के पोता, पोती, नाती, नतिनी के लिए आरक्षित हैं। दृष्टिïबाधित के लिए 67, मूक बधिर के लिए 65, अस्थि दिव्यांग के लिए 63 एवं मनोविकार-बहुदिव्यांग के लिए 62 पद हैं।
बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा ली जाने वाली लिखित परीक्षा से होने वाली इस नियुक्ति में साक्षात्कार नहीं होगा। अभ्यर्थियों के लिए वर्ष 2012 या उसके बाद नियुक्त शिक्षकों के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा। मान्यता प्राप्त संस्थान से बीएड, बीएएड या बीएससीएड उत्तीर्ण होना भी अनिवार्य है। इसमें राज्य सरकार के पंचायतीराज एवं नगर निकाय माध्यमिक शिक्षक पद पर कम से कम लगातार 10 वर्षों का शैक्षिक अनुभव, सीबीएसई-आईसीएसई-बीएसईबी से स्थायी संबद्धता प्राप्त माध्यमिक शिक्षक पद पर कम से कम लगातार 12 वर्षों का शैक्षिक अनुभव, राज्य सरकार के पंचायतीराज एवं नगर निकाय उच्च माध्यमिक शिक्षक पद पर कम से कम लगातार आठ वर्षों का शैक्षिक अनुभव तथा सीबीएसई-आईसीएसई-बीएसईबी से स्थायी संबद्धता प्राप्त उच्च माध्यमिक शिक्षक पद पर कम से कम लगातार 10 वर्षों का शैक्षिक अनुभव का प्रावधान किया गया है।
शैक्षणिक योग्यता एवं अनुभव से संबंधित सभी प्रमाण पत्र ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि के पूर्व का निर्गत होना चाहिये, अन्यथा उम्मीदवारी रद्द की जायेगी। अभ्यर्थियों के लिए यह जरूरी है कि मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कम से कम 50 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातकोत्तर उत्तीर्ण हों। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अत्यंत पिछड़ा वर्ग, पिछड़ा वर्ग, दिव्यांग, महिला एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए न्यूनतम निर्धारित अंक में पांच प्रतिशत की छूट दी जायेगी। मौलाना मजहरुल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय, बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड द्वारा प्रदत्त फाजिल की डिग्री एवं कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा प्रदत्त आचार्य की डिग्री को समतुल्य माना जायेगा।
परीक्षा 150 प्रश्नों की होगी। प्रश्न वस्तुनिष्ठ बहुविकल्पीय होंगे। इसमें सामान्य अध्ययन के 100 अंक एवं बीएड कोर्स से संबंधित 50 अंकों की परीक्षा ओएमआर पर ली जायेगी। प्रत्येक प्रश्न का एक अंक निर्धारित है। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 0.25 अंक काटे जायेंगे। प्रश्न अनुत्तरित रहने पर शून्य अंक मिलेगा। परीक्षा दो घंटे की होगी। विषयों का स्तर एवं विस्तृत पाठ्यक्रम बिहार लोक सेवा आयोग की वेबसाइट पर है।