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- 1ली 8वीं के बच्चों के अभिभावकों को मिलेंगे खाद्यान्न
- तीन महीनों के कार्यदिवस के लिए मिलेंगे अनाज
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(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। राज्य के 72 हजार सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले 1ली से 8वीं कक्षा के तकरीबन पौने दो करोड़ बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन के अनाज 21 जून से बंटेंगे। अनाज लेने बच्चों के अभिभावक जायेंगे। तीन माह के कार्यदिवस के मध्याह्न भोजन के अनाज बांटे जायेंगे।
इससे संबंधित निर्देश शिक्षा विभाग के अपर मुख्यसचिव संजय कुमार द्वारा सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (मध्याह्न भोजन योजना) को दिये गये हैं। जिन तीन महीनों के कार्यदिवसों के लिए सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के 1ली से 8वीं कक्षा के बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन के अनाज उनके अभिभावकों को दिये जाने हैं, उसमें गत अप्रैल से लेकर चालू जून माह तक शामिल हैं।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्यसचिव संजय कुमार द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (मध्याह्न भोजन योजना) को दिये गये निर्देश के मुताबिक 21 जून से सभी सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के प्रधानाध्यापक या प्रभारी प्रधानाध्यापक विद्यालय में उपस्थित होकर 1ली से 8वीं कक्षा में नामांकित छात्रों के अभिभावकों के बीच खाद्यान्न वितरण करना सुनिश्चित करेंगे। इसमें तय दिशा-निर्देश का अनुपालन होगा।
निर्देश में कहा गया है कि कोविड-19 संक्रमण के कारण शैक्षणिक संस्थान बंद है। इससे मध्याह्न भोजन योजना का संचालन भी बंद है। कई जिलों के जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (मध्याह्न भोजन योजना) द्वारा सूचित किया गया है कि राज्य खाद्य निगम के गोदाम में अन्य कल्याणकारी योजनाओं के साथ मध्याह्न भोजन योजना का खाद्यान्न भी भंडारित है। मध्याह्न भोजन योजना का खाद्यान्न उठाव नहीं होने के कारण गोदाम में अन्य योजनाओं का खाद्यान्न भंडारित करने में समस्या हो रही है। इसके चलते मध्याह्न भोजन योजना के खाद्यान्न का उठाव करने का आग्रह राज्य खाद्य निगम जिला प्रबंधक द्वारा किये जा रहे हैं। अधिक समय तक विद्यालय अथवा राज्य खाद्य निगम के गोदाम में खाद्यान्न भंडारित रहने के कारण बरसात के मौसम में खराब होने की प्रबल संभावना है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना की दूसरी लहर से बचाव को लेकर राज्य में पांच अप्रैल से स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी एवं कोचिंग सहित सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिये गये। उसके बाद गत पांच मई से लॉकडाउन लागू हो गया, जिसकी अवधि 15 मई तक थी। लेकिन, 16 मई से लॉकडाउन की अवधि 31 मई तक बढ़ गयी।
यह अवधि फिर एक जून से आठ जून तक के लिए बढ़ गयी। उसके बाद नौ जून से 15 जून तक अनलॉक-वन रहा। बुधवार से अनलॉक-टू शुरू हुआ है। इसके गाइडलाइन के मुताबिक शिक्षण संस्थान अभी बंद ही रहेंगे तथा विद्यालयों से लेकर विश्वविद्यालयों तक की परीक्षाएं नहीं होंगी।