पटना

पश्चिम चंपारण मे 33 हजार परिवार को मनरेगा में मिला रोजगारः श्रवण


(आज समाचार सेवा)

पटना। ग्रामीण विकास मंत्री श्री श्रवण कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण अन्य राज्यों एवं लॉकडाउन के कारण अन्य जिलों से पश्चिम चंपारण जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में लौटे मजदूरों को ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित मनरेगा योजना से रोजगार देने हेतु सभी जिलों को निदेशित किया गया है।

उन्होंने बताया कि पश्चिम चंपारण जिला में 18 प्रखण्डों के कुल 315 ग्राम पंचायतों में से 309 ग्राम पंचायतों में मनरेगा की कुल 9 हजार 926 योजनाओं पर काम चल रहा है जिसमें 32 हजार 592 मजदूर काम कर रहे हैं। वर्त्तमान वित्तीय वर्ष में जिला में अबतक 8 लाख 24 हजार 611 मानव दिवस का सृजन हो चुका है।

प्रखण्डवार मानव दिवस की बात की जाय तो बगहा-1 प्रखण्ड में 1 लाख 11 हजार 580 मानव दिवस, मंझौलिया प्रखण्ड में 80 हजार 910 मानव दिवस, नौतन प्रखण्ड में 61 हजार 457 मानव दिवस, रामनगर में 57 हजार 990 मानव दिवस, चनपटिया प्रखण्ड में 56 हजार 451 मानव दिवस, सिकटा प्रखण्ड में 56 हजार 393 मानव दिवस, बगहा-2 प्रखण्ड में 55 हजार 890 मानव दिवस, गौनाहा प्रखण्ड में 53 हजार 836 मानव दिवस, नरकटियागंज में 49 हजार 247 मानव दिवस, जोगापट्टी में 45 हजार 513 मानव दिवस, बैरिया प्रखण्ड में 41 हजार 547 मानव दिवस, लौरिया प्रखण्ड में 39 हजार 384 मानव दिवस, मैनाटांड प्रखण्ड में 37 हजार 694 मानव दिवस सृजित किये हैं।

सबसे कम मानव दिवस सृजित करने वालो प्रखण्डों में पिपरासी में 8 हजार 312 मानव दिवस, ठकराहा में 14 हजार 315 मानव दिवस एवं बेतिया में 15 हजार 901 मानव दिवस सृजित हुए हैं। उन्होंने बताया कि अबतक जिला में 45 हजार 113 परिवार के 50 हजार 277 व्यक्तियों को मनरेगा योजना से काम दिया गया है।

मनरेगा योजना पर व्यय की चर्चा करते हुए मंत्री ने बताया कि जिला में वित्तीय वर्ष 2021-22 में अकुशल मजदूरी पर अबतक 21 करोड़ 62 लाख रूपये एवं सामग्री मद पर 28 करोड़ 32 लाख रूपये व्यय किये जा चुके हैं। जॉब कार्ड बनाने के संबंध में विभागीय मंत्री ने बताया कि पश्चिम चंपारण जिलों में वित्तीय वर्ष 2021-22 में अब तक 2 हजार 547 नये जॉब कार्ड बनाये गये हैं जिससे कुल 4 हजार 631 मजदूर शामिल हैं। जिला को निदेशित किया गया है कि ग्रामीण परिवार के वैसे व्यस्कों को अबिलम्ब जॉब कार्ड बनाकर काम दिया जाय जिनके पास जॉब कार्ड पूर्व से उपलब्ध नहीं है।

कोरोना संक्रमण की चर्चा करते हुए ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि विभागीय स्तर से कोरोना से बचाव हेतु कार्य स्थल पर सभी आवश्यक उपाय यथा मास्क की उपलब्धता, हाथ धोने हेतु साबुन, हैंडवाश हेतु पानी के अलावे सेनेटाईजर की उपलब्धता सुनिश्चित करना, मजदूरों के बीच कम-से-कम दो गज दूरी बनाये रखना, खैनी, तम्बाकू का सेवन वर्जित करना एवं मजदूरों को टीकाकरण हेतु प्रोत्साहित करना आदि शामिल है। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के संकटपूर्ण समय में ग्रामीण विकास विभाग पूरी तन्मयता से अपनी दायित्वों को निर्वहन कर रहा है।