3 नोटिस जारी करने के बाद कभी भी लिया जा सकता है फैसला
संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) में उच्च पदस्थ सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि इमरान खान को गिरफ्तार करने का अंतिम फैसला तीन नोटिस जारी करने के बाद लिया जा सकता है। एफआईए ने इमरान खान की पार्टी से संबंधित 5 कंपनियों का पता लगाया है जो संयुक्त राज्य अमेरिका, आस्ट्रेलिया, कनाडा, ब्रिटेन और बेल्जियम में काम कर रही थीं और पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) को सौंपी गई रिपोर्ट में उनका उल्लेख नहीं किया गया था। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है। इमरान खान ने बुधवार को एफआईए से प्रतिबंधित फंडिंग मामले में उन्हें भेजे गए नोटिस को दो दिनों में वापस लेने को कहा या वह कानूनी कार्रवाई करेंगे।
इमरान खान ने चुनाव आयोग को कानूनी कार्रवाई की दी धमकी
इमरान खान ने कहा कि न तो मैं आपको जवाब देने के लिए उत्तरदायी हूं और न ही यह मेरे लिए उत्तरदायी है कि मैं आपको जानकारी प्रदान करूं। अगर दो दिन में नोटिस वापस नहीं लिया गया तो मैं आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि एफआईए समिति ने इमरान खान को चुनाव आयोग से तथ्यात्मक स्थिति छिपाने का दोषी साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत एकत्र किए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि तीसरा और संभवत: अंतिम नोटिस अगले सप्ताह जारी किया जाएगा।
34 मामलों में नियमों के खिलाफ की गई फंडिंग
इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने कहा कि इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी को भारतीय मूल की एक व्यवसायी सहित 34 विदेशी नागरिकों से नियमों के खिलाफ धन प्राप्त हुआ, जो पूर्व प्रधानमंत्री के लिए एक बड़ा झटका है। पाकिस्तान के चुनाव आयोग की तीन सदस्यीय पीठ ने इमरान खान की पार्टी को विदेशी नागरिकों और विदेशी कंपनियों से प्रतिबंधित धन प्राप्त करने और इसे गुप्त रखने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया।
पीटीआई और पाकिस्तान चुनाव आयोग आमने-सामने
चुनाव आयोग ने पार्टी और उसके प्रमुख इमरान खान से भी स्पष्टीकरण मांगा। मामला नवंबर, 2014 में पार्टी के संस्थापक सदस्य अकबर एस बाबर द्वारा दायर किया गया था, जो अब पीटीआई से जुड़े नहीं हैं। चुनाव आयोग ने अपने फैसले में पार्टी को एक नोटिस जारी कर पूछा कि फंडिंग में मिले धन को जब्त क्यों नहीं किया जाना चाहिए। यह भी कहा कि यह मानने के लिए विवश है कि इमरान खान पाकिस्तानी कानूनों के तहत अनिवार्य रूप से अपने दायित्वों का निर्वहन करने में विफल रहे। विदेशी फंडिंग मामले में इमरान खान की पार्टी पीटीआई और पाकिस्तान चुनाव आयोग आमने-सामने हैं। इमरान खान पाकिस्तान के मुख्य चुनाव आयुक्त सिकंदर सुल्तान राजा पर उनकी पार्टी के खिलाफ पक्षपात करने का आरोप लगाते रहे हैं।