लाहौरः पाकिस्तान के लाहौर में इस्लामिक कट्टरपंथी गुट तहरीक-ए-लब्बैक (TLP) के समर्थकों ने बवाल मचा रखा। पूरा लाहौर शहर जंग के मैदान में तब्दील हो चुका है।
सरकारी आंकड़ों में दिखाया जा रहा है कि लाहौर में रविवार को शुरू हुई हिंसा में तीन लोगों की मौत हुई। वहीं, तहरीक-ए-लब्बैक की मानें तो वहां कई लोगों के खून बहे हैं। संगठन का दावा है कि उसके कई लोग मारे गए हैं। इस बीच पाकिस्तानी सेना के कई जवानों ने वीडियो जारी कर सेना से इमरान खान सरकार को उखाड़ फेकने की अपील की है।
तहरीक-ए-लब्बैक के समर्थन में पाकिस्तान के कई और कट्टरपंथी गुट आ गए हैं। TLP के लोगों ने कई पुलिसकर्मियों को अगवा भी कर लिया। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक उन्हें अब रिहा कर दिया गया है। आइए आपको विस्तार से बताते हैं लाहौर में क्यों दंगा भड़का हुआ है और इसके पीछे वजह क्या है?
क्या है दंगे की वजह?
लाहौर में दंगा भड़कने की वजह है पैगंबर मुहम्मद के कार्टून, जो कि फ्रांस की एक मैग्जीन द्वारा प्रकाशित किए गए थे। फ्रांस में पैगंबर मुहम्मद के कॉर्टून प्रकाशित होने के बाद कई हत्याएं हुई थीं। हत्याओं के बाद फ्रांसीसी सरकार ने कट्टर इस्लाम के खिलाफ सख्त रुख अपनाया था। कई कट्टरपंथी इस्लामिक नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी की गई।
मस्जिदों पर ताला लगा दिया गया। फ्रांस को इस दौरान कई आतंकी हमलों का सामना करना पड़ा। हमलों की बढ़ती संख्या के साथ ही फ्रांस कट्टर इस्लाम के खिलाफ अपने अभियान को गति देता चला गया। नतीजतन मुस्लिम देशों ने राष्ट्रपति मैक्रों पर ‘इस्लामोफ़ोबिक’ होने का आरोप लगाया। मुस्लिम देशों में फ्रेंच प्रोडक्ट्स का बहिष्कार होने लगा। पाकिस्तान में भी फ्रांस के खिलाफ गुस्सा व्याप्त था।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मैक्रों के बयान को ‘इस्लाम पर हमला’ बता दिया। पाकिस्तान में मैक्रों के पुतले जलाए जाने लगे और फ्रेंच राजदूत को देश से निकालने की मांग उठने लगी।मस्जिदों में टीएलपी नेताओं ने दिए भड़काऊ भाषणपुलिस ने बताया कि प्रदर्शन के बीच टीएलपी के नेताओं ने मस्जिदों से भड़काऊ भाषण दिए। उन्हें सुनने के लिए कार्यकर्ता लाठी और पत्थर लेकर आए।