पटना

पीएम नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर बिहार को गौरवान्वित किया


बिहार के सीवान की बिटिया को सराहा, तो तारापुर के शहीदों को किया नमन

पटना। पीएम नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर बिहार को गौरवान्वित​ किया है। उन्होंने सीवान की बेटी प्रियंका पांडेय की सराहना की। उनकी प्रशंसा की। इसी तरह, मुंगेर के जयराम विप्लव ने ध्यान आकृष्ट कराया तो पीएम ने तारापुर के शहीदों को नमन किया। दोनों ने NaMo App पर पीएम नरेंद्र मोदी को संदेश भेजा था, जिसे उन्होंने गंभीरता से लिया और आज रविवार को जब उन्होंने मन की बात की तो इसमें सीवान की प्रियंका और मुंगेर के जयराम का जिक्र किया।

पीएम नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात में कहा- ‘हर बार आपके ढेर सारे पत्र मिलते है, NaMo App और MyGov पर आपके messages, phone calls के माध्यम से आपकी बातें जानने का अवसर मिलता है। इन्हीं संदेशों में एक ऐसा भी संदेश है, जिसने मेरा ध्यान खींचा – ये संदेश है, बहन प्रियंका पांडेय जी का। 23 साल की बेटी प्रियंका जी, हिन्दी साहित्य की विद्यार्थी हैं। और बिहार के सीवान में रहती हैं।’

पीएम ने आगे कहा- ‘प्रियंका जी ने NaMo App पर लिखा है कि वो देश के 15 घरेलू पर्यटन स्थलों पर जाने के मेरे सुझाव से बहुत प्रेरित हुई थीं, इसलिए एक जनवरी को वो एक जगह के लिए निकलीं, जो बहुत खास थी। वो जगह थी, उनके घर से 15 किलोमीटर दूर, देश के पहले राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद जी का पैतृक निवास। प्रियंका जी ने बड़ी सुंदर बात लिखी है कि अपने देश की महान विभूतियों को जानने की दिशा में उनका ये पहला कदम था। प्रियंका जी को वहां डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद जी द्वारा लिखी गई पुस्तकें मिलीं। अनेक ऐतिहासिक तस्वीरें मिलीं। उन्होंने एक तस्वीर भी साझा की है, जब पूज्य बापू, राजेंद्र जी के घर में रुके थे। वाकई, प्रियंका जी आपका यह अनुभव, दूसरों को भी प्रेरित करेगा।’

आगे पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा- ‘हम आजादी के आंदोलन और बिहार की बात कर रहे हैं, तो मैं NaMo App पर ही की गई एक और टिपण्णी की भी चर्चा करना चाहूंगा। मुंगेर के रहने वाले जयराम विप्लव जी ने मुझे तारापुर शहीद दिवस के बारे में लिखा है। 15 फरवरी 1932 को देशभक्तों की एक टोली के कई वीर नौजवानों की अंग्रेजों ने बड़ी ही निर्ममता से हत्या कर दी थी। उनका एकमात्र अपराध यह था कि वे ‘वंदे मातरम’ और ‘भारत मां की जय के नारे लगा रहे थे। मैं उन शहीदों को नमन करता हूं और उनके साहस का श्रद्धापूर्वक स्मरण करता हूं। मैं जयराम विप्लव जी को धन्यवाद देना चाहता हूं। वे एक ऐसी घटना को देश के सामने लेकर आए, जिस पर उतनी चर्चा नहीं हो पाई, जितनी होनी चाहिए थी।’ जयराम विप्लव भाजपा के नेशनल मीडिया पैनलिस्ट हैं और विभिन्न चैनलों में डिबेट में भी हिस्सा लेते हैं। भारतीय युवा मोर्चा के नेशनल एग्जिक्यूटिव मेंबर हैं और भाजयुमो के स्टडी सर्किल के राष्ट्रीय प्रभारी हैं।

नरेंद्र मोदी ने मन की बात में तो सीवान की प्रियंका पांडेय और मुंगेर के जयराम विपल्व की तो तारीफ की ही, साथ ही पीएमओ के ट्विटर एकाउंट पर उसे पोस्ट भी किया। हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय कवि रामधारी सिंह दिनकर को याद किया था। जब कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत 16 जनवरी को पूरे देश में हुई थी। तब इसके आविष्कारक वैज्ञानिकों व डॉक्टरों की तारीफ करते हुए बिहार के रामधारी सिंह दिनकर की रश्मिरथी की कविता की पंक्ति को याद करते हुए कहा था- ‘मानव जब जोर लगाता है, पत्थर पानी बन जाता है…’