नई दिल्ली, : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम के तहत गुरुवार को चेन्नई पहुंचे। यहां उन्होंने बैंगलोर-चेन्नई एक्सप्रेस-वे समेत 31,000 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का शिलान्यास किया। कार्यक्रम के दौरान तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘तमिलनाडु आना हमेशा ही शानदार होता है। इस राज्य की जनता, संस्कृति और भाषा बेजोड़ है। तमिल भाषा शाश्वत है और तमिल संस्कृति वैश्विक है। चेन्नई से कनाडा तक, मदुरै से मलेशिया तक, नमक्कल से न्यूयॉर्क तक, सेलम से दक्षिण अफ्रीका तक पोंगल और पुथंडु के अवसरों को बड़े उत्साह के साथ चिह्नित किया जाता है। हम यहां तमिलनाडु की विकास यात्रा के एक और शानदार क्षेत्र का जश्न मनाने के लिए इक्ठा हुए हैं। यहां 31,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का या तो उद्घाटन किया गया है या नींव रखी गई है।’
पीएम मोदी ने कहा, ‘5 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है। यह आधुनिकीकरण और विकास भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर किया जा रहा है। साथ ही यह स्थानीय कला और संस्कृति के साथ समाहित हो जाएगा।’
उन्होंने कहा, ‘जिन देशों ने बुनियादी ढांचे को सर्वोच्च महत्व दिया, वो विकासशील से विकसित देश बन गए। भारत सरकार पूरी तरह से उच्च गुणवत्ता और टिकाऊ बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है।
पीएम ने कहा, ‘कुछ साल पहले तक इंफ्रास्ट्रक्चर का मतलब होता था सड़क, बिजली और पानी। आज हम देश की गैस पाइपलाइन के विस्तार के लिए काम कर रहे हैं। हाई स्पीड इंटरनेट को हर गांव तक पहुंचाना हमारा विजन है। भारत सरकार तमिल भाषा और संस्कृति को और लोकप्रिय बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इस साल जनवरी में, चेन्नई में केंद्रीय शास्त्रीय तमिल संस्थान के नए परिसर का उद्घाटन किया गया। नया परिसर पूरी तरह से भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित है। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में तमिल अध्ययन पर एक ‘सुब्रमण्य भारती पीठ’ की घोषणा हाल ही में की गई थी। चूंकि बीएचयू मेरे निर्वाचन क्षेत्र में स्थित है, इसलिए विशेष खुशी थी।’