Latest News नयी दिल्ली राष्ट्रीय लखनऊ

PMGSY: ग्रामीण सड़कों के साथ-साथ बनाए जाएंगे नाले व पक्की नालियां, सैटेलाइट और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का किया जाएगा उपयोग


 नई दिल्ली। ग्रामीण कनेक्टिविटी को मजबूत बनाने वाली पीएमजीएसवाइ के तीसरे चरण में कई अहम बदलाव किए गए हैं। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाई जाने वाली सड़कों की सुरक्षा के मद्देनजर उनके दोनों किनारों पर नाले व पक्की नालियां बनाई जाएंगी। जबकि गांवों से गुजरने वाली ये सड़कें कांक्रीट से बनाई जाएंगी। योजना के तीसरे चरण में प्रस्तावित सवा सौ किमी लंबाई की ग्रामीण सड़कों में उन पुरानी सड़कों को लिया जाएगा, जिनकी आयु 10 साल से अधिक हो चुकी है। यानी पुरानी पड़कर टूट चुकी पीएमजीएसवाई की सड़कों को नए सिरे से बनाया जाएगा। सड़क बनाने में इस बार सैटेलाइट और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का उपयोग किया जाएगा।

 

केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह का कहना है कि गांवों के विकास में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) की बहुत अहमियत है। कोरोना संकट के बावजूद ग्रामीण सड़कों के निर्माण कार्य में रुकावट नहीं आई। ग्रामीण रोजगार सृजन के मामले में इस योजना की मजबूत भागीदारी है। देश के 95 फीसद से अधिक गांवों को पक्की सड़कों से जोड़ दिया गया है। योजना के प्रारंभ होने के बाद वर्ष 2014 के बाद से अब तक सात लाख किमी से अधिक लंबाई की सड़कें बनाई जा चुकी हैं। तीसरे चरण में कुल 1.25 लाख किमी लंबाई की खराब हो चुकी पुरानी सड़कों के उन्नयन के लिए 80 हजार करोड़ रुपए से अधिक व्यय किए जाएंगे। इन सड़कों की सुरक्षा का पूरा बंदोबस्त किया गया है।