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पीएम मोदी बोले- 11 सितंबर ने पूरे विश्व को काफी कुछ सिखाया,


  1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pm Narendra Modi) ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अहमदाबाद में सरदारधाम भवन (Sardardham Bhawan) का लोकार्पण और सरदारधाम फेज-2 कन्या छात्रालय (Girls School) का भूमिपूजन किया। बीजेपी ट्विटर के मुताबिक, इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने अपने संबोधन में कहा कि किसी भी शुभ काम से पहले हमारे यहां गणेश पूजन की परम्परा है। सौभाग्य से सरदार धाम भवन का श्रीगणेश (Shri Ganesh) ही गणेश पूजन त्योहर (Ganesh Puja) के पवित्र अवसर पर हो रहा है। कल गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) थी, आज पूरा देश (India) गणेश उत्सव मना रहा है। मैं आप सभी को दोनों उत्सवों की बधाई देता हूं।

हमारे प्रेरणास्रोत लौह पुरुष सरदार साहब के चरणों में भी मैं प्रणाम कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। सरदार धाम के सभी सदस्यों को भी बधाई, जिन्होंने अपने समर्पण से सेवा के इस अद्भूत प्रकल्प को आकार दिया है। पाटीदार समाज के युवाओं के साथ-साथ गरीबों और विशेषकर महिलाओं के सशक्तिकरण पर आपका जो जोर है वो वाकई सराहनीय है। हॉस्टल की सुविधा भी कितनी ही बेटियों को आगे आने में मदद करेगी।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज 11 सितंबर यानी 9/11 है। दुनिया के इतिहास की एक ऐसी तारीख जिसे मानवता पर प्रहार के लिए जाना जाता है। लेकिन इसी तारीख ने पूरे विश्व को काफी कुछ सिखाया भी! एक सदी पहले ये 11 सितंबर 1893 का ही दिन था जब शिकागो में विश्व धर्म संसद का आयोजन हुआ था। आज के ही दिन स्वामी विवेकानंद ने उस वैश्विक मंच पर खड़े होकर दुनिया को भारत के मानवीय मूल्यों से परिचित कराया था। आज दुनिया ये महसूस कर रही है कि 9/11 जैसी त्रासदियों का स्थायी समाधान, मानवता के इन्हीं मूल्यों से ही होगा। सुब्रमण्य भारती जी हमेशा भारत की एकता पर, मानवमात्र की एकता पर विशेष बल देते थें। उनका ये आदर्श भारत के विचार और दर्शन का अभिन्न हिस्सा है।

पीएम मोदी ने की महत्वपूर्ण घोषणा

आज इस अवसर पर मैं एक महत्वपूर्ण घोषणा भी कर रहा हूं। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में सुब्रमण्य भारती जी के नाम से एक Chair स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। Tamil Studies पर ‘सुब्रमण्य भारती चेयर’ BHU के फेकल्टी ऑफ आर्ट्स में स्थापित होगी। जब हम समाज के लिए कोई संकल्प लेते हैं तो उसकी सिद्धि के लिए समाज ही हमें सामर्थ्य देता है। इसलिए आज हम ऐसे कालखंड में जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं तो देश ने सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के साथ-साथ सबका प्रयास का मंत्र दिया है।