नयी दिल्ली (एजेन्सियां)। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा टेस्ट मैच २६ दिसंबर को खेला जाएगा। पहले टेस्ट मैच में भारत को एडिलेड में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था। जब भी हम ऑस्ट्रेलिया सरजमी में क्रिकेट की बात करते हैं तो वीवीएस लक्ष्मण का नाम सबसे पहले आता है। कलाइयों का जादूगर कहे जाने वाले लक्ष्मण से कंगारू खौफ खाते थे। जिसमें उन्होंने टीम इंडिया को सलाह दी है कि वो अब आगे की ओर देखें। वीवीएस लक्ष्मण ने लिखा है कि एडिलेड में उन ७० मिनट के आधार पर पूरी टीम इंडिया के प्रदर्शन पर सवाल नहीं उठाना चाहिए या टीम की निंदा नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे पहले पूरी दुनिया में टीम इंडिया ने बेहतरीन प्रदर्शन भी किया है। उन्होंने कहा केवल एक मैच से टीम पर निर्णय लेने का आधार नहीं होना चाहिए। दरअसल, एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट मैच मैच में भारतीय टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गई थी। टीम इंडिया ने ९ विकेट सिर्फ ३६ रन पर ही गंवा दिए थे। लक्ष्मण ने लिखा कि मैं ऐसा क्या कह सकता हूं जोकि एडिलेड में भारतीय टीम के इस प्रदर्शन पर न कहा गया हो। उन्होंने कहा कि विकेटों का गिरना ऐसा लग रहा था जैसे रिप्ले चल रहा हो। हर विकेट पहले की तरह गिर रहे थे। उन्होंने कहा कि लेकिन हमको ये नहीं भूलना चाहिए कि इतना बुरा हम लोगों को लग रहा है तो टीम पर और मैनेजमेंट पर क्या बीत रही होगी। टेस्ट क्रिकेट के विशेषज्ञ वीवीएस लक्ष्मण आगे लिखते हैं, ऑस्ट्रेलिया दौरे के तहत भारत ने ऑस्ट्रेलियाई सरजमी पर टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास रचा था। लेकिन इस साल पहले टेस्ट मैच की शुरुआत खराब हुई। हालांकि हमको ये नहीं भूलना चाहिए कि मैच के 6 सेशन में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के ऊपर बढ़त बनाए हुए थी। मगर दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाज प्लॉट खो बैठे। ये एक बहुत बुरी घटना है लेकिन इससे खिलाडिय़ों को परिभाषित नहीं किया जा सकता, जिन्होंने विश्व के तमाम देशों में बेहतरीन क्रिकेट खेला है। एडिलेट टेस्ट के दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने पांच विकेट और पैट कमिंस ने चार विकेट लिए थे। लक्ष्मण ने हालांकि इस बात पर जोर दिया कि चार मैचों की श्रृंखला में खेलने के लिए तीन टेस्ट मैच बाकी हैं। वीवीएस लक्ष्मण ने कहा कि टेस्ट सीरीज का केवल एक चौथाई हिस्सा ही खत्म हुआ है। अभी सीरीज के तीन मैच बाकी हैं। उन्होंने अपने अनुभव से बोलते हुए, टीम को ऐसा महसूस हो सकता है कि यह अपने कंधों पर वजन ले जा रहा है। लेकिन इन सबके बीच टीम सबसे बड़ी परीक्षा यही होती है। उन्होंने कहा कि भारत के पास अब दूसरे टेस्ट मैच से कप्तान और मोहम्मद शमी टीम में नहीं है। कोहली पैटरनिटी अवकाश पर हैं और मो. शमी चोटिल होने के कारण सीरीज से ही बाहर हो गए हैं। लक्ष्मण ने आगे लिखा, नए खिलाडिय़ों के लिए आगे आने का बहुत अच्छा मौका है और सीनियर खिलाडिय़ों के लिए अपना हाथ बढ़ाने और इस अवसर का लाभ उठने का मौका है। यह एडिलेड को पीछे छोड़कर एक नई शुरुआत करने का लक्ष्य है। हालांकि, उन्होंने इस तथ्य को भी इंगित किया कि टीम को एडिलेड से सीखने की जरूरत है, न कि स्लिप करने की। उन्होंने कहा, ३६ ऑल आउट पुरानी विफलताओं को मुखौटा नहीं बनाते हैं। इससे हम अपने आपको परेशान कर सकते हैं। भारत को पहली पारी में कम से कम ३०० पोस्ट करना चाहिए था। जबकि विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे के बीच होने वाली साझेदारी से पहले १८८ तक पहुंच गए हों।