वाराणसी (का.प्र.)। पश्चिमी विक्षोभ और पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी से पूर्वांचल के विभिन्न जिलों में ठण्ड से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। तापमान में लगातार गिरावट रहने से गरीबों की दुश्वारीयां बढ़ गयी है। भगवान सूर्य देव का दर्शन पूर्वांचल बाद ही हो पा रहा है। घने कोहरे के चलते रेल, हवाई एवं बस सेवा प्रभावित हुई है। ठण्ड से मरने वालों का सिलसिला जारी है। सोरभद्र में न्यूनतम तापमान तीन डिग्री के आसपास बना हुआ है। आजमगढ़। शहर से लेकर गांव तक जिन्दगी ठण्ड से कंपकपा रही है। हाल यह है कि जिले में मौसम का पारा 10 डिग्री सेन्टीग्रेड से नीचे जा पहुंचा है। इसके बावजूद प्रशासन की ओर से ठण्ड से बचाव का कोई बन्दोबस्त नहीं किया गया है। यह कहना गलत नहीं होगा कि इस सरकार में सारे राहत कार्य केवल कागजों में ही किये जा रहे हैं। इसे लेकर जहां आमजन में गुस्सा है, वहीं सरकार में शामिल लोग आमजन के बीच अपने स्तर से सफाइयां दे रहे हैं। सच तो यह है कि अभी तक इस जिले में ठण्ड का कोई खास प्रभाव नहीं था। ठण्ड व कोहरा न होने की वजह से किसान चिन्तित था कि उसकी गेहूं की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो जायेगी। इसे लेकर किसान भगवान से मिन्नतें भी कर रहा था। आखिरकार भगवान के दरबार में किसानों की सुनवायी हो गयी और कोहरे के साथ ठण्ड का प्रकोप आमजन के बीच कहर बनकर बरपा। पाली (गाजीपुर)। नये वर्ष जनवरी में ठंढ चरम पर है, भगवान भाष्कर दर्शन गुरूवार से शनिवार तक नहीं हुआ। आसमान में बादलो के साथ हल्की पछुआ हवा सर्दी के सीतम को और बढ़ा रही है। क्षेत्र में ठंढ व गलत ने जन जीवन थम सा गया है। सड़को पर सन्नाटा पसरा रहा, लोग ठंढ से बचाव हेतु अलाव के आगोश में दिखे, बेहद जरू री होने पर ही घरों से बाहर निकले। मकर संक्रांति से अचानक मौसम ने करवट ली है, लगातार पारा में गिरावट और गलन में इजाफा हुआ है। ठंढ व गलन से शनिवार को पूरे दिन लोग ठिठुरते रहे। बाजार में सन्नाटा पसरा रहा तथा सायं होते ही सड़क सुनी और बाजार विरान हो गये।नन्दगंज प्रतिनिधि के अनुसार-क्षेत्र में विगत चार दिनों से सर्द हवा के साथ गलन बढऩे से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है।।शनिवार को सर्द हवा के साथ गलन बढऩे से सायं होते ही नन्दगंज बाजार में सन्नाटा छा गया।