अधीर ने कहा है कि पीएम मोदी चुनावी राजनीति कर रहे हैं. चौधरी ने आगे कहा, ‘पीएम मोदी ने पहले टीका क्यों नहीं लगवाया? जब वैज्ञानिकों ने कहा कि टीका सुरक्षित है, तो वो गए और टीका लगवाया. पहले उन्होंने इसलिए नहीं टीकाकरण कराया क्योंकि वैज्ञानिकों की समिति ने टीके पर सवाल उठाए थे.’ कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘चुनावों को भी ध्यान में रखा गया था क्योंकि नर्स केरल और पुडुचेरी की थीं, जबकि पीएम ने असम का गामोशा पहना हुआ था. मैं कहता हूं कि अगर बंगाल की गीतांजलि भी ले ली होती, तो सब कुछ पूरा हो जाता. हमें केवल पीएम की प्रशंसा क्यों करनी चाहिए, स्वास्थ्य मंत्री और एम्स निदेशक की प्रशंसा क्यों नहीं करनी चाहिए जिन्होंने कोरोना की वैक्सीन पहले लगवाई.’
मोदी की इस तस्वीर पर शुरू हुई राजनीति बता दें प्रधानमंत्री ने ट्वीट के साथ ही टीका लगवाते हुए अपनी एक तस्वीर भी साझा की, जिसमें वह असमिया गमछा पहने दिख रहे हैं और मुस्कुराते हुए टीका लगवा रहे हैं. उनके साथ इस तस्वीर में निवेदा के अलावा केरल की रहने वाली एक अन्य नर्स रोसम्मा अनिल भी दिख रही हैं. सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री के एम्स पहुंचने के दौरान किसी भी रास्ते को बंद नहीं किया गया और ना ही यातायात को रोका गया. लोगों को परेशानी न हो, इसलिए उन्होंने टीके के लिए सुबह का समय चुना.
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने हमसे पूछा कि वह कहां की रहने वाली हैं.’ एक अन्य नर्स अनिल ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री से मिलकर बहुत खुशी हुई. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ‘बहुत सहज’ थे.