पटना

प्रस्तावित मॉल का फेसिया गांधीज्म और बुद्धिज्म को ध्यान में रख तैयार करें : शाहनवाज हुसैन


उद्योग मंत्री ने की पूर्णिया-गया में प्रस्तावित खादी मॉल आर्किटेक्चरल की समीक्षा

पटना (आससे)। बिहार के उद्योग विभाग का जिम्मा संभालने का बाद से ही सैयद शाहनवाज हुसैन राज्य में औद्योगिक विकास के लिए जरूरी नीतिगत फ्रेमवर्क तैयार करने के साथ पूर्व निर्धारित व स्वीकृत योजनाओं का जल्द से जल्द अमल में लाने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।

पश्चिम बंगाल में चुनावी दौरे के बाद पटना लौटे उद्योग मंत्री ने गुरुवार को पूर्णिया और गया में प्रस्तावित खादी मॉल के आर्किटेक्चरल डिजाइन की समीक्षा की और इसे लेकर कई अहम सुझाव व निर्देश दिये।

उन्होंने अपने कार्यालय कक्ष में बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड एवं उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान के कार्यकलापों और प्रस्तावित योजनाओं की भी समीक्षा की।

खादी बोर्ड की समीक्षा के क्रम में गया और पूर्णिया में प्रस्तावित खादी मॉल के आर्किटेक्चरल डिजाइन का प्रस्तुतीकरण आधारभूत संरचना विकास प्राधिकार द्वारा किया गया। आधारभूत विकास प्राधिकार की तरफ से नियुक्त आर्किटेक्ट फर्म ‘इमीजेनेशन’ नयी दिल्ली द्वारा गया शहर के घुंघरीटांड़ में खादी बोर्ड की डेए़ एकड भूमि पर ‘खादी मॉल’ का डिजाइन देखने के बाद बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने निर्देश दिया कि प्रस्तावित मॉल का फेसिया गांधीज्म और बुद्धिज्म को ध्यान में रखकर तेयार किया जाय। उन्होंने चार मंजिला खादी मॉल एवं प्रवेश द्वार के निकअ म्यूजिकल फाउन्टेन का निर्माण कराने का भी निदेश दिया।

उद्योग मंत्री के समक्ष उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान के कार्यकलापों का भी प्रस्तुतीकरण हुआ। प्रस्तुतीकरण के बाद उन्होंने निर्देश दिया कि उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान से जुड़े शिल्पकारों की बैठक अपर मुख्य सचिव, उद्योग विभाग की अध्यक्षता में आयोजित की जाय।

साथ ही कहा क बिहार के परम्परागत शिल्पों की बिक्री के लिए देश के प्रमुख शहरों के हवाई अड्डों एवं रेलवे स्टेशनों पर उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान का बिक्री केन्द्र खोलने की दिशा में भी आवश्यक काररवाई की जाय। इस अवसर पर उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा एवं उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान के निदेशक अशोक कुमार सिन्हा सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।