प्रिंस फिलिप का अंतिम संस्कार आज शनिवार को ब्रिटेन के विंडसर कासल के सेंट जॉर्ज चैपल में ब्रितानी समयानुसार दिन में तीन बजे होगा.
शवयात्रा के दौरान ड्यूक ऑफ़ एडिनबरा प्रिंस फिलिप के बच्चे उनकी शवगाड़ी के पीछे-पीछे चलेंगे.
कोरोना वायरस प्रतिबंधों की वजह से अंतिम संस्कार में सिर्फ़ तीस लोग ही शामिल हो सकेंगे.
बकिंघम पैलेस ने एक बयान में कहा है कि महारानी एलिज़ाबेथ को शोकाकुलों की अंतिम सूची तैयार करने में मुश्किल फैसला लेना पड़ा है.
शुरुआत में 800 लोगों के शामिल होने की तैयारी की गई थी लेकिन अब सिर्फ़ तीस ही लोग अंतिम संस्कार में शामिल हो रहे हैं.
महारानी चाहती थीं कि प्रिंस फ़िलिप के परिवार के सभी लोगों का अंतिम संस्कार समारोह में प्रतिनिधित्व हो.
चर्च ऑफ़ इंग्लैंड के प्रमुख ऑर्चबिशप ऑफ केंटरबरी ने कहा है कि प्रिंस फ़िलिप का अंतिम संस्कार महारानी के पास उन्हें अंतिम विदाई देने का ‘गंभीर’ अवसर होगा.
जस्टिन वेल्बी ने कहा, “वो असाधारण मर्यादा, असाधारण सम्मान के साथ व्यवहार करेंगी जैसा कि वो हमेशा करती रही हैं.”
ये भी पढ़िएः-
द काउंटेस ऑफ़ वेसेक्स, लेडी लुई विंडसर और द अर्ल ऑफ़ वेसेक्स सैंट जार्ज चैपल के बाहर रखे फूलों को देखते हुए.बीबीसी से बात करते हुए आर्चबिशप जस्टिन वेल्बी ने कहा है कि महामारी के दौरान बहुत से लोगों ने अपनों को खोया है, ये अंतिम संस्कार समारोह बहुत से लोगों को भावनात्मक रूप से जोड़ेगा.
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि बहुत से घरों में लोगों की आंखों में आंसू होंगे क्योंकि उनके अपने के नाम उनके जेहन में घूम रहे होंगे. वो चेहरे उनके सामने होंगे जिन्हें वो दोबारा नहीं देख पाएंगे. वो अंतिम संस्कार उन्हें याद आएंगे जिनमें वो जा नहीं सके. इस संस्कार में भी बहुत से लोग नहीं आ पा रहे हैं क्योंकि संख्या तीस तक ही सीमित है. इससे भी बहुत से लोगों के दिल टूटेंगे.”
जस्टिन वेल्बी ने कहा, “महारानी एलिज़ाबेथ ऐसे इंसान को विदाई दे रही होंगी जो 73 सालों से उनका पति था. मुझे लगता है कि ये किसी के भी जीवन का बेहद, बेहद गंभीर पल होगा.”