समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 2,423 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही दिल्ली में संक्रमण दर बढ़कर 14.97 फीसद हो गई है। इस साल 22 जनवरी के बाद दिल्ली में संक्रमण दर में सर्वाधिक उछाल है। 22 जनवरी को दिल्ली में संक्रमण दर 16.4 फीसद दर्ज की गई थी। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यह लगातार पांचवां दिन है जब दैनिक मामलों की संख्या 2,000 से ऊपर रही है। लगातार सात दिनों से पॉजिटिविटी रेट 10 फीसद से ऊपर बना हुआ है।
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक देश में संक्रमित मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.31 प्रतिशत है। कोरोना से स्वस्थ होने वालों की राष्ट्रीय दर 98.50 प्रतिशत है। बीते 24 घंटे में सक्रिय मरीजों की संख्या में 140 की वृद्धि हुई है।संक्रमण की दैनिक दर 5.02 प्रतिशत और साप्ताहिक दर 4.63 प्रतिशत दर्ज की गई है। मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है।
देशव्यापी कोरोना रोधी टीकाकरण अभियान के तहत भारत में अब तक 206.21 करोड़ डोज वैक्सीन लगाई जा चुकी है। एएनआइ के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास इस समय 7.20 करोड़ डोज से अधिक वैक्सीन उपलब्ध है।
इस बीच केंद्र सरकार ने देश के कुछ हिस्सों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली और छह अन्य राज्यों को जांच और टीकाकरण पर ध्यान केंद्रित करने को कहा है। साथ ही बचाव के उपायों के प्रचार पर भी जोर देने की सलाह दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने दिल्ली, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, ओडिशा, तमिलनाडु और तेलंगाना को इस संबंध में पत्र लिखा है।
केंद्र सरकार ने आगामी त्योहारों और सामूहिक सभाओं को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी है, क्योंकि ये कोरोना समेत अन्य संक्रामक बीमारियों के प्रसार के कारण बन सकते हैं। पांच सूत्रीय रणनीति यानी जांच, संपर्कों की पहचान, उपचार, टीकाकरण और कोरोना से बचाव के उपायों को लागू करने पर भी जोर दिया है। सरकार ने कहा है कि जिन राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उनमें सभी जिलों में जांच बढ़ाने की जरूरत है।
केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि कोविड-19 जांच में आरटी-पीसीआर और एंटीजेन के अनुपात के लिए निर्धारित मानदंडों को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए। पांच अगस्त को भेजे पत्र में भूषण ने संक्रमण दर को कम करने के लिए सभी उपयुक्त उपाय करने की सलाह भी दी है। साथ ही विदेश से आने वाले यात्रियों में संक्रमित पाए गए लोगों के सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए तत्काल भेजने का अनुरोध भी किया है ताकि समय रहते नए वैरिएंट का पता लगाया जा सके।