जहां छिपे थे लुटेरे, उसी लॉज में 36 घंटे ठहरी रही पुलिस
पटना (निप्र)। शास्त्रीनगर थाना इलाके में 2 सितंबर को शिवपुरी में स्थित महावीर ज्वेलर्स में लाखों की ज्वेलरी की लूटकांड का पुलिस उद्भेदन कर दिया गया है। हथियारबंद अपराधियों ने लाखों की ज्वेलरी की लूट की घटना को अंजाम दिया था। इस पूरी घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों ने इस पूरी घटना की प्लानिंग फिल्मों में देख कर की थी। पुलिस ने भी नाटकीय ढंग से उसे गिरफ्तार किया।
इस घटना को अंजाम देने वाले तीन अपराधियों को लूटे गए स्वर्ण आभूषणों के साथ गिरफ्तार किया गया है। इन अपराधियों को गिरफ्तार करने गई पुलिस पुनाईचक इलाके के संप हाउस के पास पोस्ट आफिस गली में मौजूद एक लॉज में छुपे थे। इन अपराधियों को पकडऩे के लिए पुलिस ने उसी लॉज में किराए पर एक कमरा लिया अपराधियों की पहचान होते ही उसी लॉज से तीनों अपराधियों को गिरफ्तार किया।
इस बाबत एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने प्रेस बर्ता के दौरान बताया कि 2 सितंबर को शास्त्री नगर थाना क्षेत्र के शिवपुरी इलाके में महावीर ज्वेलरी शॉप लूट कांड मामले का उद्भेदन कर लिया गया है। श्री शर्मा ने बताया कि काण्ड के उद्भेदन एवं अपराधकर्मियों की गिरफ्तारी हेतु नगर पुलिस अधीक्षक, मध्य के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें पुलिस उपाधीक्षक सचिवालय, थानाध्यक्ष शास्त्रीनगर एवं अन्य पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया।
इसके बाद पुलिस ने काफी मसकत के बाद अपराधियों के बारे में जानकारी मिली लेकिन पक्का यकीन नही था। सीसीटीवी में घटना स्थल के पास जिन युवको को देखा था उन से मिलते जुलते लडक़ो को पुनाईचक के पोस्ट आफिस गली के पास देखा गया। इसके बाद इस कांड में पुलिस को लीड मिल गई थी। मगर किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई थी। दिक्कत अपराधियों की पहचान को लेकर थी। इतना पता चल गया था कि अपराधी पुनाईचक में अटलपथ से सटे एक लॉज में रहते हैं।
फिर लॉज के मालिक के साथ सेटिंग की गई। पुलिस की टीम 36 घंटे तक 5 कमरों वाले लॉज में रही। अंदर ही अंदर छानबीन चलती रही। तब जाकर पहचान हुई। तीनों को वहां से गिरफ्तार किया गया। इस पूरी घटना को अंजाम देने वाले युवकों ने पहली बार किसी अपराध को अंजाम दिया है। इसकी योजना फिल्में देखकर की थी। लूटकांड की घटना को अंजाम देने के वक्त इन अपराधियों ने पूरी सावधानी बरती थी। हाथों में ग्लब्स और सर पर हेलमेट पहनकर इन अपराधियों ने ज्वेलरी दुकान में लूटकांड की घटना को अंजाम दिया था। लूटकांड की घटना को अंजाम देने के बाद एनर्जी पार्क के पास रुक कर इन सभी अपराधियों ने अपने कपड़े भी बदल लिए और लूट के दौरान पहने हुए कपड़े को एनर्जी पार्क के पास ही फेंक दिया।
एसएसपी ने बताया कि इस घटना को अंजाम देने वाले तीनों युवकों ने पहली बार किसी क्राइम को अंजाम दिया है। इस घटना में उपयोग किए गए दो बाइक, हेलमेट, कपड़े, एक पिस्तौल, दो मैगजीन और 15 जिंदा कारतूस के अलावे लूट के सोने चांदी के जेवर भी इन अपराधियों के पास से बरामद किए गए हैं। एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा बताते हैं कि वारदात को अंजाम देने के बाद सभी लोग पुनाईचक में थे। एक संकीर्ण गली में स्थित एक लॉज में यह तीनों अपराधी छुपे हुए थे। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस ने उसी लॉज में एक कमरा लेकर 36 घंटों के अंदर इन अपराधियों को चिह्नित कर इसी लॉज के एक कमरे से धर दबोचा गया।
फिलहाल इस लूट कांड में शामिल एक अन्य अपराधी को गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी जारी है। इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि यह युवक अपने माता-पिता को झांसा देकर राजधानी पटना में पढऩे के नाम पर रहा करते थे। फिल्में देखकर इन लोगों ने इस लूट कांड की घटना को अंजाम देने की योजना बनाई थी।
उन्होंने बताया कि अगर ये पकड़े नही जाते तो ये एक और लूट की घटना को अंजाम देते। बरहाल जिन तीन अपराधियो को धरदबोचा गया है। इनमें शुभम कुमार, करण कुमार और आदित्य हर्षवर्द्धन शामिल हैं। जबकि, नवगछिया से आया इनका चौथा साथी आशीष फरार है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयासरत है।