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बचपन को याद कर मंच पर ही भावुक हुए PM मोदी, बोले- काश मुझे भी ऐसे घर में रहने का मौका मिला होता


नई दिल्ली। : महाराष्ट्र के सोलापुर में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंच पर भाषण के दौरान भावुक हो गए। शुक्रवार को उन्होंने राज्य के लाभार्थियों से बातचीत की। इस दौरान बचपन का जिक्र आते ही उन्होंने कुछ पलों के लिए बीच में ही अपने भाषण को रोक दिया। भाषण बीच में ही रोक कर पीएम ने पानी पिया और फिर से अपना भाषण शुरू किया। पीएम आवास योजना को लेकर उन्होंने कहा कि काश उन्हें भी बचपन में ऐसे घर में रहने का मौका मिला होता।

सोलापुर में भाषण के दौरान भावुक हुए PM मोदी

अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी भावुक होकर बोले, ‘मुझे खुशी है कि सोलापुर के हजारों गरीबों के लिए, हजारों मजदूर साथियों के लिए हमने जो संकल्प लिया था, वो आज पूरा हो रहा है। आज पीएम आवास योजना के तहत देश की सबसे बड़ी सोसायटी का लोकार्पण हुआ है। मैं जाकर देखकर आया हूं और काश मुझे भी बचपन में ऐसे घर में रहने का मौका मिला होता।’

इतना कहकर पीएम मोदी ने अचानक कुछ देर के लिए अपने भाषण को बीच में ही रोक दिया। इसके बाद उन्होंने भावुक होकर कहा, ‘ये चीजें देखता हूं तो मन को इतना संतोष होता है, ये हजारों परिवारों के सपने जब साकार होते हैं तो उनका आशीर्वाद मेरी सबसे बड़ी पूंजी होती है। जब मैं इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास करने आया था, तब मैंने आपको गारंटी दी थी कि आपके घरों की चाबी देने भी मैं खुद आऊंगा।’

लोगों को छोटे सपने नहीं देखने चाहिए- PM

पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि जो लोग इन नए घरों में रहने जा रहे हैं, उन्हें छोटे सपने नहीं देखने चाहिए। मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि बड़े सपने देखें, कभी छोटे सपने न देखें! आपके सपने पूरे करना मेरी गारंटी है। आपके सपने ही मेरा संकल्प हैं।

विपक्ष पर भी साधा PM ने निशाना

पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमारे देश में लंबे समय तक गरीबी हटाओ के नारे लगते रहे लेकिन गरीबी नहीं हटी। गरीबों के नाम पर योजनाएं तो बनाई जाती थीं, लेकिन उनका लाभ गरीबों को नहीं मिलता था। उनके हक का पैसा बिचौलिये लूट जाते थे। पहले की सरकारों की नीति, नीयत और निष्ठा कठघरे में थी।