मुरादाबाद,। UP Electricity Crisis : इस भीषण गर्मी में देश के कई राज्यों में बिजली संकट गहरा गया है। इसका मुख्य कारण कोयले की अनुलब्धता बताई जा रही है। दरअसल बिजली उत्पादन के लिए कोयले की उपलब्धता जरूरत के अनुपात से काफी कम है। इस वजह से बिजली की किल्लत हो रही है। कोयले की निर्बाध और समय पर डिलवरी सुनिश्चित करने के लिए उत्तर रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है। रेलवे ने 28 अप्रैल से अगले आदेश तक आठ पैसेंजर्स ट्रेनों को रद कर दिया है।
रेल प्रशासन ने बिजली आपूर्ति को बढ़ाने के लिए कोयले वाली मालगाड़ी चलाने की योजना बनायी है। गुरुवार से मुरादाबाद मंडल में चलने वाली आठ ट्रेनों को अगले आदेश तक निरस्त कर दिया है। कम समय में तापीय विद्युत गृह में कोयला पहुंचाने के लिए मालगाड़ी को नान स्टाॅॅप चलाने की योजना है। गर्मी बढ़ने के साथ बिजली की खपत बढ़ गयी है। तापीय विद्युत गृह में बिजली उत्पादन कम होने से बिजली संकट उत्पन्न होना शुरू हो गया है।
बिजली उत्पादन कम होने में कोयले की कमी मानी जा रही है। रेल मंत्रालय से तीव्र गति से कोयला तापीय विद्युत गृह तक पहुंचाने का अनुरोध किया गया है। इसको लेकर रेलवे बोर्ड ने बुधवार शाम को आदेश जारी किया है, जिसमें कहा है कि कुछ ट्रेनों का संचालन बंद करके अधिक से अधिक कोयले वाली मालगाड़ी को गंतव्य तक पहुंचाने का प्रयास करेंं। कोयले वाली मालगाड़ी को बीच रास्ते में न रोकेंं, नान स्टाॅॅप चलाने की व्यवस्था करेंं।