पटना

बिहारशरीफ: कोविड से निबटने के लिए प्रयास हुआ तेज, विम्स में कोविड बेडों की संख्या बढ़ाई गयी


      • सदर अस्पताल में वेंटिलेटर चालू करने की पहल शुरू : डीएम
      • डीएम के निर्देश पर बीड़ी अस्पताल आइसोलेशन सेंटर में सुविधाओं का विस्तार
      • विम्स में 15 तथा जिले में 25 एमबीबीएस डॉक्टरों की बहाली शीघ्र

बिहारशरीफ (आससे)। कोविड को लेकर चारों ओर त्रहिमाम मचा है। लोगों की निगाहे एक छोटी सी सार्थक पहल पर भी टिक जा रही है। उसे लोग आशा की किरण मान रहे है। नालंदा जिला प्रशासन ऐसे ही में कोविड संक्रमितों के इलाज के लिए पिछले दो दिनों से सक्रियता बढ़ाई है। बिहारशरीफ के बीड़ी अस्पताल आइसोलेशन सेंटर में सुविधा बढ़ाई गयी है। साथ हीं जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह के निर्देश पर खुद सिविल सर्जन डॉ- सुनील कुमार तथा उनकी टीम ने आइसोलेशन सेंटर का जायजा लिया और  वहां भर्ती मरीजों की सुविधा के लिए कमियों को दूर करने का निर्देश दिया। सेंटर में ऑक्सीजन आदि की व्यवस्था की गयी है।

इसी बीच एक अच्छी खबर यह आ रही है कि विम्स पावापुरी में कोरोना संक्रमित रोगियों के लिए आइसोलेशन बेड बढ़ाया जा रहा है। मौजूदा समय में विम्स में 130 बेड का कोरोना अस्पताल चालू है, जहां 12 वेंटिलेटर भी उपलब्ध है। जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि फिलहाल वहां बेड की संख्या बढ़ाकर 150 की गयी है और अधिक बेड बढ़ाने के लिए सरकार का निर्देश प्राप्त हुआ है, जल्द ही विम्स पावापुरी में कोविड रोगियों के लिए बेडों की संख्या और बढ़ाई जायेगी।

उन्होंने बताया कि अस्पताल में नर्स की कमी को देखते हुए नालंदा के स्वास्थ्य विभाग द्वारा नर्स को प्रतिनियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि जिले में खुद चिकित्सकों की कमी है लेकिन सरकार के निर्देश के आलोक में जल्द ही चिकित्सकों का वॉक इन इंटरव्यू शुरू होने जा रहा है। इसके तहत वर्धमान चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल पावापुरी में 15 चिकित्सकों की बहाली होनी है, जिसके साथ हीं नालंदा जिले में 25 चिकित्सकों की नियुक्ति की जानी है। डीएम ने बताया कि संविदा के आधार पर एक वर्ष के लिए यह नियोजन होना है। मान्यताप्राप्त विश्वविद्यालय से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त चिकित्सकों की नियुक्ति होगी जिनका मानदेय 65 हजार रुपये प्रति माह होगा।

जिलाधिकारी ने बताया कि इसके अलावे बिहारशरीफ सदर अस्पताल में बंद पड़े वेंटिलेटर को चालू करने की पहल भी शुरू की गयी है। राज्य सरकार द्वारा इसके लिए विज्ञापन निकाला गया है, लेकिन तत्काल जिला स्तर पर विशेषज्ञों की टीम बुलाकर वेंटिलेटर को चालू करने की मुहिम शुरू की गयी है। पाइपलाइन जोड़ने के लिए विशेषज्ञों की टीम कल पहुंचेगी। प्रयास है कि सदर अस्पताल में रखे सात वेंटिलेटर को चालू किया जा सके ताकि आपात स्थिति में यहां भी रोगियों को सुविधाएं दी जा सके।

निश्चित तौर पर हाल के दिनों में कोरोना के बढ़ते संकट और रोगियों की बढ़ती संख्या के बाद जिले में त्रहिमाम मचा हुआ था। इसी बीच जिलाधिकारी तथा सिविल सर्जन भी कोविड पॉजिटीव हो गये थे। हालांकि जिलाधिकारी आइसोलेशन में भी रहकर प्रयासरत थे, लेकिन उनका रिपोर्ट निगेटिव आते ही सक्रियता बढ़ गयी है और जिला स्तर पर सुधार की पहल तेज कर दी गयी है। संभावना है कि अगले दो-चार दिनों में निश्चित तौर पर जिले के लोगों को आने वाले दिनों में बेहतर चिकित्सा सेवा मिल सकेगा। जैसा कि पहल चल रही है।