पटना

बिहारशरीफ: खाद कालाबाजारी मामले में कृषि विभाग गंभीर, तीन डीलरों पर हुई एफआईआर


छापामारी दस्ता को देखकर दुकान बंद कर फरार हो गये थे डीलर

बिहारशरीफ (आससे)। इन दिनों रबी के मौसम में जिले में खाद की कालाबाजारी की खबरें आ रही है, लेकिन अब प्रशासनिक महकमा इस बात को लेकर गंभीर है। ऐसे ही छापामारी में पहुंची टीम को देखकर दुकान बंद कर भागे तीन डीलरों का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है और सभी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है। जबकि एक थोक खाद विक्रेता के बचाने में गिरियक के प्रखंड कृषि पदाधिकारी से जिला कृषि पदाधिकारी ने स्पष्टीकरण पूछा है। साथ ही उक्त थोक विक्रेता के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। हालांकि दीपनगर थाना में मुकदमा नहीं लिये जाने का भी मामला सामने आया है।

जिला कृषि पदाधिकारी ने कालाबाजारियों पर नकेल कसने के लिए जिला स्तर पर टीम बनायी है, जबकि राज्य स्तर पर भी टीम काम कर रही है। राज्यस्तरीय टीम के नेतृत्व में छापामारी चल रही है। इसी क्रम में गिरियक में खाद के थोक विक्रेता कुमार खाद भंडार के संचालक कार्रवाई से बचने के लिए दुकान बंद कर फरार हो गया था, जबकि दीपनगर के नालंदा ट्रेडर्स के यहां जांच में गड़बड़ी पकड़ी गयी।

नूरसराय के विश्वकर्मा एजेंसी एवं ओम ट्रेडर्स के संचालक भी छापामारी दस्ता को देखकर दुकान बंद कर भाग गया, जबकि अस्थावां के किसान भंडार की जांच की गयी, जहां भी कई अनियमितताएं पकड़ी गयी। इस मामले में दो थोक विक्रेता और तीन खुदरा विक्रेताओं पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया गया था, जिसमें तीन पर मुकदमा हो चुका है।

इधर खबर यह भी मिली कि कुमार खाद भंडार पर मुकदमा करने का आदेश मिलने के बाद भी वहां के कृषि पदाधिकारी ने ऐसा ना कर नया जांच रिपोर्ट बनाया और डीलर को क्लीन चिट दिया। जिला कृषि पदाधिकारी ने इसे गंभीरता से लेते हुए बीईओ पर ही कार्रवाई का निर्देश दिया है। जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि साठोपुर के थोक खाद विक्रेता नालंदा ट्रेडर्स के विरुद्ध मुकदमा करने के लिए बिहारशरीफ के प्रखंड कृषि पदाधिकारी दीपनगर थाना गये थे, लेकिन पुलिस ने मुकदमा नहीं ली, जिसकी रिपोर्ट डीएम को भेजी गयी है।