हालांकि गत वर्ष आवश्यकतानुसार ही हुई थी मिनिमम जांच जबकि इस वर्ष जांच की संख्या कई गुणा बढ़ी
बिहारशरीफ (आससे)। कोविड का प्रसार मार्च के बाद फिर तेजी से हुआ है। हालांकि गत वर्ष की तुलना में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा कोविड को लेकर काफी संवेदनशील है और गत वर्ष की तुलना में कोविड जांच की संख्या भी तेजी से बढ़ाई गयी है। मार्च 2020 में जिले में कोविड जांच की कोई व्यवस्था नहीं थी। सैंपल एम्स, आइजीआइएमएस तथा एनएमसीएच भेजा जाता था, लेकिन इसके बाद एंटीजन किट आया।
विम्स में ट्रू नेट जांच की व्यवस्था हुई और फिर आरटीपीसीआर जांच भी शुरू हो गया। यहीं वजह है कि जिले में जांच का दायरा बढ़ा है और आज आरटीपीसीआर से एक-एक दिन 1400 से अधिक सैंपल जांचा जा रहा है। जबकि ट्रू नेट से भी 100 से अधिक जांच प्रतिदिन हो रहीं है और हाल के दिनों में एंटीजन से जांच की संख्या प्रतिदिन लगभग 1000 के करीब हो रहीं है।
गत वर्ष यानी 2020 के मार्च, अप्रैल और मई की बात करें तो सैंपल कलेक्शन का कोई टारगेट नहीं था और ना हीं अचीवमेंट ऐज पर नीड जांच हो रही थी। पिछले मार्च माह में आरटीपीसीआर सहित कुल 25 सैंपल जांच हुआ था, जबकि अप्रैल में 2758 और मई में 1955 लोगों का सैंपल कोविड के लिए जांचा गया था, लेकिन समय बीतने के साथ जांच की संख्या बढ़ाई गयी।
जून में 6530, जुलाई में 13333, अगस्त में 72099, सितंबर में 99289, अक्टूबर में 110844, नवंबर में 105856, दिसंबर में 123780 लोगों का कोविड जांच हुआ। हालांकि जनवरी से फिर जांच का रफ्रतार घटा। वजह था कि कोविड केस की संख्या में काफी कमी आयी। जनवरी महीने में 10076, फरवरी 2021 में 63868, मार्च में 62619 तथा अप्रैल में कल तक 18297 लोगों का सैंपल कोविड जांच के लिए लिया गया था।
अब बात करें संक्रमण की तो गत वर्ष संक्रमितों की संख्या अधिक थी। मार्च 2020 में एक भी पॉजीटिव मामले नहीं आये थे, लेकिन अप्रैल में पॉजीटिवों की संख्या 34 हो गयी थी। मई में यह बढ़कर 76 हुआ, जून में 127, जुलाई में 2084, अगस्त में 2420, सितंबर में 1385, अक्टूबर में 1011, नवंबर में 576, दिसंबर में 409 लोग संक्रमित मिले। जनवरी में संख्या घटकर 184 हो गयी। फरवरी में यह संख्या घटकर 32 तक पहुंची, लेकिन मार्च 2021 में फिर संक्रमितों की संख्या बढ़ी और यह बढ़कर 54 तक पहुंची। लेकिन अप्रैल के पहले ही सप्ताह में 07 अप्रैल तक संक्रमितों की संख्या 106 हो गयी थी, जो 08 अप्रैल तक बढ़कर 137 हो गयी।