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- केन्द्रीय पंचायती राज मंत्रालय द्वारा किया गया सम्मानित
- वर्चुअल कार्यक्रम का पीएम ने किया शुभारंभ
- ऑनलाइन कार्यक्रम का हरदेव भवन में किया गया प्रसारण
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बिहारशरीफ (आससे)। शनिवार का दिन नालंदा के लिए गौरव का दिन रहा। केन्द्रीय पंचायती राज मंत्रालय द्वारा जिले को वर्ष 2021 के लिए तीन नेशनल अवार्ड दिया गया। जिला परिषद की अध्यक्ष तनुजा कुमारी, कोशियावां के मुखिया अमरीश कुमार गौरव व सब्बैत के मुखिया फकरू जमा को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया है। पंचायतों में बेहतर काम के लिए यह सम्मान मिला है। कोरोना काल के कारण नेशनल अवार्ड समारोह वर्चुअल के माध्यम से हुआ है। दिल्ली से पीएम नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम का ऑनलाइन शुभारंभ किया। वहीं केंद्रीय पंचायती राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर व अधिकारी वीडियो कांफ्रेसिंग से जुड़े रहे।
कोरोना काल के कारण मंत्रालय द्वारा जिला प्रशासन को प्रशस्ति पत्र पहले ही भेज दिया गया था। समारोह स्थल पर डीडीसी राकेश कुमार, प्रभारी पंचायती राज पदाधिकारी किशन कुमार, वरीय डिप्टी कलेक्टर उपासना सिंह, जिला कोऑर्डिनेटर रामानेक कुमार ने प्रशस्ति पत्र दिया। साथ ही, मंत्रालय द्वारा पुरस्कार के 5-5 लाख रुपए भी हस्तांतरित किये गये।
भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय द्वारा बेहतर काम के आधार पर इनका चयन किया गया था। त्रिस्तरीय पंचायत में जिले में बेहतर काम के आधार पर अध्यक्ष तनुजा कुमारी को सम्मानित किया गया। इसी प्रकार, कोशियावां को चाईल्ड फ्रेंडली (बाल हितैषी पुरस्कार) पंचायत के लिए तो सब्बैत को बेहतर सफाई कार्य के लिए चयन किया गया है। कोशियांवा पंचायत के मुखिया अमरीश कुमार गौतम ने बताया कि पंचायत में 12 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। सभी केंद्रों पर बच्चों के साथ-साथ अभिभावकों को जागरूक किया गया।
सभी केंद्रों के बच्चों को पोषाहार से लेकर बेहतर स्वास्थ्य की जानकारी दी गयी है। पोषक आहार का वितरण इस तरह से कराया गया कि मानसिक व शारीरिक विकास बच्चों का हो सके। नियमित स्वास्थ्य जांच भी कराये जाने का प्रबंध किया गया। इसी प्रकार, धातृ महिलाओं को मिलने वाला पोषक समय पर दिलाया गया।
नियमित स्वास्थ्य जांच से लेकर टीकाकरण अभियान चलाया गया है। यह अभियान निरंतर जारी रखा गया। पंचायत के लिए संचालित अन्य योजनाओं को प्राथमिक के आधार कराया गया है। सब्बैत के मुखिया फकरू जमा ने बताया कि पंचायत में नौ गांव हैं। सभी गांवों की सफाई की बेहतर व्यवस्था की गयी है। हर घर को दो-दो डस्टबिन दिये गये हैं।