पटना

बिहारशरीफ: जिला परिषद् बोर्ड की बैठक में कई योजनाओं पर बनी सहमति


      • अस्पतालों में ऑक्सीजन और बेड के लिए जिला परिषद् खर्च करेगी 1.70 करोड़
      • सदस्यों ने लगाया आरोप बगैर टेंडर के हो रही है डाकबंगला की चहारदीवारी का निर्माण तो किसी ने कहा बगैर जमीन के निकाल दिया गया है टेंडर

बिहारशरीफ (आससे)। जिला परिषद् बोर्ड की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। जिलाध्यक्ष तनुजा कुमारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई आम जरूरत की आवश्यकताओं पर सहमति बनी। इसी में यह भी सहमति बनी कि शहर का यातायात थाना का भवन श्रृंगारहाट स्थित जिला परिषद् के जमीन में बनेगी। यातायात थाना बनाने के लिए जिला परिषद् की जमीन स्थानांतरित करने का सभी सदस्यों ने सर्वसम्मत स्वीकृति दी।

अस्पतालों में ऑक्सीजन व बेड के लिए 15वीं वित्त आयोग की धनराशि से जिला परिषद् द्वारा 1.70 करोड़ रुपया व्यय किया जायेगा, जिसके लिए तत्काल 60 लाख रुपया आवंटित करने का निर्णय लिया गया। दीनदयाल उपाध्याय फंड से प्राप्त राशि का उपयोग में लाने के लिए सहमति बनी। यह भी मामला उठा कि जिला परिषद् के कार्यों की न्यूनतम राशि खर्च करने के लिए टेंडर की प्रक्रिया नहीं अपनाई जाय, लेकिन अधिकारियों ने इसपर आपत्ति जतायी और कहा कि यह गाइडलाइन के अनुरूप नहीं होगा।

बैठक में परबलपुर तथा गिरियक में डाकबंगला चहारदीवारी निर्माण कार्य बगैर निविदा के कराये जाने पर परबलपुर की सदस्या ने मामला को उठाया। उपविकास आयुक्त ने मामले की जांच कराये जाने की बात कही, जबकि उपाध्यक्ष ने करायपरशुराय डाकबंगला के लिए जमीन नहीं है लेकिन टेंडर निकाला गया है। बैठक में यह भी प्रस्ताव पारित हुआ कि डाकबंगला केयरटेकर के लिए न्यूनतम योग्यता दसवीं पास रखी जाय। बैठक में जिप सदस्य विपिन कुमार चौधरी, नरोत्तम कुमार उर्फ बबलू, सीताराम प्रसाद, अनिरुद्ध कुमार, गौरी देवी, रणवीर कुमार आदि लोग उपस्थित थे।