पटना

बिहारशरीफ: जिले में कोरोना की रफ्तार को लगा ब्रेक


      • महीना पूर्व संक्रमण दर था जहां 16 अब घटकर पहुंचा 3.4
      • काफी दिनों बाद जिले में एक्टिव केसों की संख्या डेढ़ हजार से नीचे पहुंची
      • गांव से लेकर शहर तक चल रही जांच के बावजूद टेस्टिंग वैन के जरिये हो रहा है आरटीपीसीआर जांच

बिहारशरीफ (आससे)। जिले में लगातार कोविड एक्टिव केसों की संख्या घट रही है। रिकवरी रोगियों की संख्या बढ़ रही है वहीं नये मामले भी कमे है। 24 मई को जिले में कोविड एक्टिव केसों की संख्या 1452 रह गयी है। संक्रमितों की संख्या भी कम होने लगी है। लगभग एक महीने बाद आज जिले में कोविड एक्टिव केसों की संख्या डेढ़ हजार से नीचे आ गयी है। आज जिले में 1442 एक्टिव रोगी थे। जबकि इस महीने के शुरुआत में एक्टिव रोगियों की संख्या ढाई हजार से अधिक थी।

बाद में यह आंकड़ा बढ़ता गया और मई के पहले सप्ताह में एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर चार हजार के करीब पहुंच गयी थी। लेकिन लॉकडाउन के बाद एक्टिव केसों की संख्या घटनी शुरू हुई। 09 मई के बाद से इसमें लगातार गिरावट शुरू हुई है। नये केस जहां कम मिलने लगे वहीं रिकवरी होने वालों की संख्या बढ़ती गयी और आज की तिथि में संख्या डेढ़ हजार से नीचे हो गयी है।

पिछले एक सप्ताह में एक्टिव केसों पर नजर डाली जाय तो 15 मई को जहां 220 नये केस आये, वहीं 16 मई को नये केस की संख्या घटकर 193 हो गयी, लेकिन 17 मई को फिर 336 नये मामले आये। जबकि 18 मई को 232,  19 मई को 212, 20 मई को 217, 21 मई को 129, 22 मई को 100 तथा 23 मई को 86 नये मामले आये। जबकि कोरोना रिकवर होने वालों पर नजर डाली जाय तो 15 मई को 329, 16 मई को 471, 17 मई को 182, 18 मई को 198, 19 मई को 238, 20 मई को 346, 21 मई को 174, 22 मई को 361 तथा 23 मई को 337 लोग कोरोना का जंग जीते। अब एक्टिव केसों पर नजर डाली जाय तो 15 मई को जिले में एक्टिव केसों की संख्या 2608 थी, जो 23 मई को घट कर 1442 हो गयी।

जिले में पॉजीटिव रेट जो मई के शुरुआती दिनों में बढ़कर लगभग 15 फीसदी हो गया था अब घटकर 3.4 फीसदी रह गया है। एक माह के अंदर पॉजीटिव रेट में 12 फीसदी से अधिक की गिरावट आयी है। अप्रैल महीने में भी जिले में कोरोना संक्रमण की दर 16 फीसदी तक थी। निश्चित तौर पर एक महीना पूर्व और अभी की स्थिति में जिले में कोरोना की रफ्तार में काफी बड़ा ब्रेक लगा है।

इधर दूसरी ओर कोरोना की रफ्तार पर ब्रेक लगाने के लिए लगातार प्रयास चल रही है। कोरोना टेस्टिंग एक्सप्रेस चलाया जा रहा है जो गांव-गांव जाकर लोगों का सैंपल जमा कर रही है और आरटीपीसीआर जांच करवा रही है। इसके साथ ही गांवों में भी कैंप लगाकर एंटीजन टेस्ट चल रहा है। रेलवे स्टेशन और बस स्टॉपों पर भी सैंपल टेस्ट जारी है। शहरी क्षेत्र में भी कोरोना की रफ्तार पर ब्रेक लगा है। हालांकि शादी विवाह को लेकर अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में केस सामने आ रहे है।

पिछले दो-तीन दिनों मे कोरोना की रफ्तार और कमी है। टेस्ट की संख्या बढ़ाने के बाद एक्टिव लोग कम मिल रहे है। कई प्रखंडों में चल रहे टेस्ट में एक भी पॉजीटिव मामले नहीं आना शुभ संकेत है। काफी दिनों बाद आज हरनौत में एक भी पॉजीटिव केस नहीं आया। इसी प्रकार राजगीर, बिंद में भी एक्टिव केस नहीं मिले है। राजगीर में 216 जांच हुआ जबकि हरनौत में भी एक भी केस पॉजीटिव नहीं मिला है।