पटना

बिहारशरीफ: पुलिस प्रशासन की तत्परता से जलने से बचा शहर


    • पुराने विवाद को लेकर दो गुट आपस में भिड़े
    • रोड़ेबाजी में तीन जख्मी फायरिंग भी हुई हालांकि पुलिस फायरिंग की घटना से कर रही है इंकार

बिहारशरीफ (आससे)। बिहारशरीफ का ईमादपुर मोहल्ला में पुराना विवाद कुछ इस प्रकार उलझा कि शहर अशांत होते-होते बचा। पुलिस प्रशासन की सक्रियता से बड़ा हादसा होते-होते टला। बताया जाता है कि पुराने विवाद को लेकर ईमादपुर मोहल्ले में दो गुट के लोग आपस में भिड़ पड़े। विवाद इस कदर बढ़ा कि रोड़ेबाजी के साथ-साथ फायरिंग भी हुई। यह अलग बात है कि पुलिस द्वारा फायरिंग की बात से इंकार की जा रही है, लेकिन मोहल्ले के लोगों का ही कहना है कि दोनों पक्षों से फायरिंग हुई है। लोगों ने आवाज सुनी है। हालांकि पुलिस काफी सक्रिय रही। सूचना पाते ही पुलिस और प्रशासन के वरीय अधिकारी तत्काल घटना स्थल पर पहुंचे और विवाद आगे बढ़ने से रूका।

सुबह-सुबह ही दो पक्ष के लोग आपस में पुराने बात को लेकर भिड़ पड़े थे। जब तक और लोग समझ पाते तब तक रोड़ेबाजी होने लगी और इसमें  तीन लोग चोटिल भी हुए। सूचना पाकर तत्काल पुलिस पहुंची। खुद पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाद एस. तुरंत घटना स्थल पर पहुंचे। घटना स्थल पर उप विकास आयुक्त राकेश कुमार, सदर एसडीओ कुमार अनुराग भी दल-बल के साथ घटना स्थल पर पहुंच गये।

पुलिस द्वारा इतनी तत्परता बरती गयी कि कई डीएसपी, कई थाना की पुलिस के साथ-साथ बिहार पुलिस का रैप आदि भी घटना स्थल पर पहुंच गया। पूरा मोहल्ला पुलिस छावनी में तब्दील हो गयी। पुलिस अधीक्षक ने मोहल्लेवासियों में आत्मविश्वास पैदा करने के लिए तत्काल पुलिस का मार्च करवाया और दोनों पक्षों के साथ शांति समिति की बैठक की। दोनों पक्षों की बात सुनी और कहा कि इस मामले में जो भी लोग दोषी होगा उसपर कार्रवाई होगी। घायलों की पुष्टि करते हुए उन्होंने कहा कि प्राथमिकी के बाद कार्रवाई होगी।

इधर मोहल्ले के लोगों ने पुलिस से यह भी शिकायत की कि मोहल्ले में शराब की अवैध बिक्री होती है जिसमें हॉक दस्ता में तैनात पुलिस कर्मी की मिलीभगत है। लोगों ने यहां तक कहा कि उसी के संरक्षण में शराब का अवैध कारोबार होता है। एसपी ने आश्वस्त किया कि मामले की जांच की जायेगी और अगर इसमें हॉक दस्ता की संलिप्तता पायी गयी तो दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई होगी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि आज की घटना में जो-जो लोग भी दोषी पाये जायेंगे उन्हें बख्शा नहीं जायेगा। पुलिस उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई करेगी।

एहतियातन मोहल्ले में पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी है। इसके साथ ही दंडाधिकारी भी तैनात किये गये है और स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।