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- ताजी मछलियां उपभोक्ता तक पहुंचे इसके लिए वाहन में लगा होगा आइस बॉक्स
- पांच फीसदी मार्जिन मनी पर मोपेड, तिपहिया एवं चौपहिया वाहन दिया जा रहा है
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बिहारशरीफ (आससे)। मुख्यमंत्री मत्स्य विकास योजना के तहत शनिवार को पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा समाहरणालय परिसर में वाहन वितरण को लेकर कैंप लगाया गया। इस दौरान जिले के विभिन्न क्षेत्रों के अनुसूचित जाति के 11 तथा अति पिछड़ा जाति के 15 सहित कुल 26 मत्स्य पालकों के बीच मछली के वितरण के लिए वाहनों का वितरण किया गया। नालंदा के अपर समाहर्ता नौशाद अहमद जो डीएम के प्रभार में भी है ने लाभार्थियों को वाहन का चाभी सौंपा।
अपर समाहर्ता ने बताया कि पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा मत्स्य पालकों को रोजगार देने तथा उनकी आमदनी बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री मत्स्य विकास योजना को कार्यान्वित किया जा रहा है। इसके तहत अनुसूचित जाति, जनजाति तथा अति पिछड़ा वर्ग के लोगों को मत्स्य पालन जैसे रोजगार से जोड़ने और उनकी आय बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके जरिये मत्स्य पालकों को उनके उत्पादित मछली का बेहतर मूल्य मिल सके इसके लिए वाहन मुहैया कराया जा रहा है।
मत्स्य पालकों को अनुमानित दर पर मोपेड, थ्री व्हीलर, फोर व्हीलर जैसे वाहन दिये जा रहे है, जिसमें आइस बॉक्स लगा होगा। विभाग द्वारा इन वाहनों की खरीद के लिए राशि मुहैया करायी जा रही है। मोपेड की खरीद पर 50 हजार, तीन पहिया वाहन की खरीद पर 2 लाख 80 हजार और चार पहिया वाहन की खरीद पर चार लाख 80 हजार का दर निर्धारित है। लाभार्थी को संबंधित श्रेणी के लिए लागत मूल्य का 10 प्रतिशत मार्जिन मनी देना होता है।