पटना

बिहारशरीफ: मुख्यमंत्री के दौरे के बाद राहत बचाव तेज- कई तटबंधों और सड़कों का मरम्मती पूरा तो कई पर चल रहा है काम


      • चार सामुदायिक किचन चलाकर 1370 लोगों को कराया गया भोजन और 27 परिवारों को दिया गया सूखा राशन
      • डीएम, एसडीओ सहित तमाम वरीय अधिकारी जुटे है राहत बचाव चलाने और निरीक्षण करने में

 

बिहारशरीफ (नालंदा)। जिले में बाढ़ का कहर अभी तक थमा नहंी है। समय बीतने के साथ कई नये इलाके में बाढ़ का पानी तबाही मचा रखी है। इधर दूसरी ओर नालंदा के आपदा प्रबंधन शाखा द्वारा विस्तृत बुलेटिन जारी किया गया है, जिसके अनुसार बिहारशरीफ अंचल के ग्राम धनुकी के निकट सकरी नदी में 10 मीटर के हुए कटाव का मरम्मती कार्य पूर्ण करा लिया गया है। बुलेटिन में यह भी बताया गया है कि रहुई प्रखंड के दुलचंदपुर गांव में पंचाने नदी में जलस्तर बढ़ने से जो कटाव हुआ था उसमें निरोधात्मक कार्य जारी है। जबकि रहुई प्रखंड के ग्राम इतासंग एवं डीहरा में जो कटाव हुआ था उसमें भी निरोधात्मक कार्य कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण एवं जल निःस्सरण प्रमंडल द्वारा कराया जा रहा है।

बिंद अंचल के तिनकोन खंधा के पास जिराईन नदी में 15 फीट कटाव हुआ था, जिसमें भी निरोधात्मक कार्य चल रहा है। इसी प्रखंड के कथराही के पास गोईठवा का जलस्तर बढ़ने से तटबंध पर दबाव बढ़ा था जहां निगरानी की जा रही है।

अस्थावां अंचल के जीयर के पास सकरी नदी के तटबंध में इसके निरोधात्मक कार्य पर निगरानी रखी जा रही है और देर शाम तक इस कटाव को दुरुस्त कर देने का दावा किया गया है। जबकि सरमेरा अंचल के मलावां पंचायत के बड़ी छरियारी गांव में प्रभावित हुए चार सौ लोगों के लिए राहत शिविर चलाने का निर्देश सीओ और बीडीओ को दिया गया है। नदी के पानी से बोधनगर, गोपालबाद, धनावां डीह, धनावां बिगहा, कारीचक, पुरानी मलावां, केनार जो बुरी तरह प्रभावित हुआ है पर लगातार नजर रखी जा रही है।

बिहारशरीफ के वार्ड संख्या 7 हबीबपुरा मोहल्ले में बाढ़ के पानी से हुए जलजमाव से होकर गुजरते लोग

इधर दूसरी ओर सकरी नदी में जलस्तर बढ़ने से गिरियक के रानीसराय से घोसरावां के पास खेतों में पानी आ गया था। जहां जलस्तर घट रहा है और अभियंता इसपर निगरानी रख रहे है। जबकि कतरीसराय अंचल के दरवेशपुरा पंचायत के ग्राम पटोरिया एवं सकरी नदी में क्रमशः 25 मीटर,  10 मीटर एवं 15 मीटर का कटाव हुआ है। कार्यपालक अभियंता बाढ़ निस्सरण प्रमंडल बिहारशरीफ द्वारा निरोधात्मक कार्य किया जा रहा है, जिसे शाम तक पूरा कर लिये जाने की बात कही गयी है। राजगीर के एसडीओ राहत बचाव स्थल पर कैंप कर रही है। पटोरिया के दो सौ घर एवं कटौना के 27 घर जो बाढ़ से प्रभावित हुआ है पर नजर रखी जा रही है।

स्थानीय किसान कॉलेज में जमा बाढ़ का पानी

ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल बिहारशरीफ द्वारा कुल 19 ग्रामीण पथ जो क्षति हुए थे को दुरूस्त करने का निर्देश दिया गया है, जिसमें एक का कार्य प्रगति पर है। शेष 18 पथ के उपर से पानी बहने के कारण कार्य शुरू नहीं किया जा सका है। इसी प्रकार ग्रामीण कार्य विभाग राजगीर के अंतर्गत बाढ़ से पांच पथ क्षतिग्रस्त हुए थे, जिसमें राजपुर ग्रामीण पथ, पटोरिया ग्रामीण पथ, गुरूसहाय लाल पथ के बहादुरगंज, संगत टोला ग्रामीण पथ, कोयरीबिगहा-भदाय ग्रामीण पथ, घोसरावां-रानीसराय-विशुनपुर ग्रामीण पथ इन सभी पर काम करने का निर्देश दिया गया है।

आशानगर मोहल्लें में हुए जलजमाव से होकर गुजरते लोग

जिला प्रशासन द्वारा जारी बुलेटिन में बताया गया है कि बिहारशरीफ के बड़ी पहाड़ी उच्च विद्यालय में 120, उच्च विद्यालय रहुई एवं मध्य विद्यालय खिरौना 600, उच्च विद्यालय बिंद में 650 सहित जिले में कुल चार सामुदायिक किचन चलाकर 1370 लोगों को भोजन कराया गया है, जबकि कतरीसराय अंचल के कटौना में 27 परिवारों के बीच सूखा राशन वितरण किया गया है।