पटना

बिहारशरीफ: योजनाओं का बोर्ड लगाकर अपने कार्यो का इतिश्री मान लेती है रोटरी


समाहरणालय कैंपस में ग्रीन एरिया डेवलप के नाम पर 2019-20 में लगाया गया बोर्ड लेकिन नहीं है एक भी पौधा

बिहारशरीफ (आससे)। समय के साथ-साथ जिले में रोटरी क्लब की इकाईयां बढ़ती जा रही है। सामाजिक सारोकार से वास्ता रखने वाली रोटरी क्लब द्वारा समय-समय पर कई कार्यक्रमों की घोषणाएं और उसका कार्यान्वयन होता रहा है, लेकिन हकीकत तो यह है कि कई ऐसी योजनाएं भी रोटरी ने चलायी है जहां सिर्फ अपना बोर्ड गाड़ लिया हो और फिर इस कार्य को इतिश्री मान  लिया हो। शहर और जिले के कई स्थानों पर रोटरी का बोर्ड लगा हुआ है। कार्यक्रम की जानकारी भी है, लेकिन धरातल पर कुछ नहीं है।

निश्चित तौर पर कार्यक्रम का बोर्ड लगाने के पीछे क्लब का उद्देश्य काम करना भी रहा है। काम भी किया जाता है, लेकिन काम किये जाने के बाद ना उसका रखरखाव किया जाता है और ना कभी क्लब के सदस्य उसपर ध्यान देते है। उद्घाटन के बाद क्लब अपने कार्यों को इतिश्री मान बैठता है।

नालंदा समाहरणालय बिहारशरीफ के कैंपस में ग्रीन एरिया का विकास कई वर्ष पूर्व हुआ था। कुछ वृक्ष लगाये गये थे। वह बड़ा भी हो गया। इसी ग्रीन एरिया में एक फाउंटेन भी लगा है जो रखरखाव के अभाव में खराब पड़ा है। कहा जा सकता है कि यह कचरा का ढेर बना हुआ है। समाहरणालय के मुख्य भवन के सामने यह ग्रीन एरिया इन दिनों कचरा बॉक्स हीं बना हुआ है।

ग्रीन एरिया के प्रवेश द्वार पर रोटरी क्लब ऑफ बिहारशरीफ का एक बोर्ड लगा है। यह बोर्ड सेशन 2019-20 का है। 13 जुलाई 2019 को  इस ग्रीन एरिया को विकसित किये जाने का बोर्ड लगा है, लेकिन सच्चाई यह है कि इसमें एक भी ऐसा पेड़ नहीं है, जिसे देखकर यह कहा जा सकता है कि रोटरी द्वारा इसे ग्रीन एरिया के रूप में विकसित किया गया होगा। निश्चित तौर पर पेड़ पौधे लगे होंगे लेकिन शायद लगाये जाने के बाद रोटरी ने इसमें दिलचस्पी नहीं दिखाई। ऐसे कुछ और बोर्ड भी यत्र-तत्र लगे है, जहां कुछ धरातल पर दिखता नहीं है।