वेतन हुआ बंद और कहा क्यों नहीं दर्ज की जाय प्राथमिकी
बिहारशरीफ (आससे)। जिला पदाधिकारी ने कोविड ड्यूटी से फरार पाये गये दंडाधिकारियों से स्पष्टीकरण पूछा है, जिसमें स्पष्ट कहा है कि 24 घंटे के अंदर जवाब दे अन्यथा कार्रवाई होगी और मुकदमा भी दर्ज होगा। विम्स पावापुरी में तैनात चार दंडाधिकारियों को कर्तव्य में लापरवाही के मामले में स्पष्टीकरण पूछा गया है। जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने तत्काल प्रभाव से इन सभी अधिकारियों का वेतन निकासी पर रोक लगा दिया है।
शनिवार को विम्स के निरीक्षण के दौरान ड्यूटी पर तैनात दंडाधिकारी गिरियक के सांख्यिकी पदाधिकारी अनिल कुमार सिंह तथा राजगीर के कृषि समन्वयक नागेंद्र कुमार वर्मा को बिना सूचना गायब रहने के मामले में जवाब तलब किया गया है। दोनों से यह कहा गया है कि आप दोनों के लापरवाही के कारण जो गड़बड़ी हुई, क्यों नहीं आप दोनों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी जाय।
इसके साथ ही जिलाधिकारी ने सीनियर डिप्टी कलक्टर शशि कुमार तथा राजगीर के एडिशनल एसडीओ अमित अनुराग से भी जवाब तलब किया है। इन दोनों अधिकारियों पर दायित्वों का निर्वहन सही तरीके से नहीं करने का आरोप है। इन दोनों अधिकारियों का भी वेतन निकासी पर रोक लगाया गया है।
बताते चले कि विम्स की सुरक्षा के लिए इन दंडाधिकारियों को दंडाधिकारी के रूप में वहां तैनात किया गया था, लेकिन शुक्रवार को जब रोगी के परिजनों ने हंगामा किया तो वहां उपस्थित विधि व्यवस्था की स्थिति से निबटने के लिए तैनात दंडाधिकारी गायब मिले।