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- बड़ा बाबू, जेनरेटर ऑपरेटर, कातिब सहित चार लोग भेजे गये थाना
- कोविड टीकाकरण केंद्र थरथरी पहुंचकर स्वास्थ्य कर्मियों का किया हौसला अफजाई
- बिहारशरीफ स्मार्ट सिटी के तहत चल रहे विकास प्रोजेक्टों का भी लिया स्थलीय जायजा
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बिहारशरीफ (आससे)। उप कोषागार हिलसा तथा निबंधन कार्यालय हिलसा का डीएम ने निरीक्षण किया और इस दौरान निबंधन कार्यालय में अवांछित व्यक्तियों के प्रवेश पर निषेध रखने का स्पष्ट निर्देश दिया। जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने कोषागार के निरीक्षण के क्रम में कार्यालय को व्यवस्थित रखने का निर्देश दिया। डीएम के पहुंचते हीं रजिस्ट्री कार्यालय के कर्मियों में भगदड़ मच गयी। कई लोग अपने कागजात छोड़कर भाग निकले। पूछे जाने पर कोई सही जवाब नहीं दे रहा था, जिसके बाद अधिकारियों एवं कर्मियों को जमकर फटकार लगायी गयी।
डीएम जब पूछताछ कर रहे थे तो पाया कि ऑफिस का बड़ा बाबू के समक्ष जेनरेटर ऑपरेटर और कातिब वहां खड़ा थे। जब उन सबों से अंदर रहने का कारण पूछा गया और कार्ड मांगा गया तो किसी ने भी कार्ड नहीं दिखाई। और तो और जब रजिस्ट्रार से इस संबंध में जानकारी ली गयी तो वे भी कुछ बताने में अक्षम रहे। डीएम ने सभी चार लोगों को पुलिस के हवाले कर दिया। उन्होंने कर्मियों को आईकार्ड लगाकर ड्यूटी में रहने का निर्देश दिया और अनावश्यक तौर पर कार्यालय में किसी के भी प्रवेश पर रोक लगाने को कहा। डीएम के साथ अनुमंडल पदाधिकारी राधाकांत भी मौजूद थे।
डीएम ने क्षेत्र भ्रमण के क्रम में थरथरी कोविड-19 टीकाकरण केंद्र का भी औचक जायजा लिया। जहां टीका लगवा रहे स्वास्थ्य कर्मियों तथा टीकाकरण में लगे कर्मियों की हौसलाअफजाई करते हुए सराहना की। उन्होंने लोगों को बताया कि कोविड का टीका निश्चित तौर पर लगाये और टीका लगाने के बाद निर्धारित अवधि तक मास्क आदि का प्रयोग करें।
बाद में जिलाधिकारी बिहारशरीफ स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में चल रहे विकास कार्यों का भी जायजा लिया। इस दौरान उनहोंने श्रम कल्याण केंद्र के मैदान, सुभाष पार्क तथा कर्पूरी भवन के जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण कार्य को देखा। निर्माण कार्यों के निरीक्षण के क्रम में उन्होंने कई निर्देश देते हुए कार्यों में तेजी लाने तथा गुणवत्ता का पूरा ख्याल रखने को कहा। निरीक्षण में नगर आयुक्त अंशुल अग्रवाल को अतिरिक्त संसाधन लगाकर कार्यों में और तेजी लाने को कहा।