पटना

बिहार के वैभव विशाल व कुमार सत्यदर्शी का परचम


      • जेईई-मेन में राष्ट्रीय स्तर पर 44 प्रतियोगियों को मिले सौ फीसदी अंक
      • छात्राओं में रिचा कुमारी अव्वल

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। जेईई-मेन में बिहार के वैभव विशाल एवं कुमार सत्यदर्शी ने परचम लहराया है। दोनों ही राष्ट्रीय स्तर पर उन 44 प्रतियोगियों में शामिल हैं, जिन्होंने सौ फीसदी अंक हासिल किये हैं। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जेईई-मेन का रिजल्ट बुधवार को जारी किया है। राष्ट्रीय स्तर पर सौ फीसदी अंक लाने वाले 44 प्रतियोगियों में शामिल वैभव विशाल एवं कुमार सत्यदर्शी बिहार के टॉपर बन गये हैं।  बिहार की ही रिचा कुमारी सौ फीसदी अंक लाने हासिल करने में महज प्वाइंट में चूक गयी हैं। रिचा कुमारी को 99.88 अंक मिले हैं।

राष्ट्रीय स्तर पर सौ फीसदी अंक हासिल करने वाले प्रतियोगी छात्र-छात्राओं में कर्नाटक के गौरव दास, बिहार के वैभव विशाल, आंध्र प्रदेश के दुग्गीनेनी वेंकटा पनीश, राजस्थान के सिद्धांत मुखर्जी, दिल्ली (एनसीटी) के रुचिर बंसल, उत्तर प्रदेश के अमिय सिंघल, राजस्थान के मृदुल अग्रवाल, तेलांगना के कोम्मा शरण्या एवं जोस्यूला वेंकट आदित्य, महाराष्ट्रा के अर्थव अभिजीत तम्बत, दिल्ली (एनसीटी) की काव्या चोपड़ा, आंध्र प्रदेश के पसल वीरा सिवा, कंचनपल्ली राहुल नायडु एवं करनम लोकेश, पंजाब के पुलकित गोयल, उत्तर प्रदेश के पल अग्रवाल, चंडीगढ़ के गुरमीत सिंह, राजस्थान के अंशुल वर्मा, तेलांगना के मदुर आदर्श रेड्डी एवं पोलू लक्ष्मी साईं लोकेश रेड्डी, महाराष्ट्रा के स्नेहदीप गयेन, तेलांगना के कटिकेला पुनीथ कुमार एवं बन्नुरु रोहित कुमार रेड्डी, राजस्थान के जेनिथ मल्होत्रा, पंजाब के प्रथम गर्ग, हरियाणा के अनमोल, गुजरात के अनंथ कृष्ण किडम्बी, बिहार के कुमार सत्यदर्शी, तामिलनाडु अश्विन अब्राहम, आंध्र प्रदेश वरद महंथ नायडु, दिल्ली (एनसीटी) के प्रथम अग्रवाल, महाराष्ट्रा के कुलकर्णी सौरभ श्रीनिवास राव, दिल्ली (एनसीटी) के सिद्धार्थ कालरा, आंध्र प्रदेश के सत्ती कार्थिकेय, तेलांगना के विधिक, पश्चिम बंगाल के ब्रातीन मंडल, महाराष्ट्रा के बख्शी गर्गी मकरंद, दिल्ली (एनसीटी)  के सुरेन, राजस्थान के रोहित कुमार, महाराष्ट्रा के अमेय प्रशांत देशमुख, दिल्ली (एनसीटी) के प्रवर कटारिया, राजस्थान के साकेत झा, हरियाणा के हर्ष तथा दिल्ली (एनसीटी) के रंजीम प्रबल दास शामिल हैं।

जेईई-मेन के लिए 10,48,012 प्रतियोगी रजिस्टर्ड हुए। इनमें 3,19,262 छात्रा, 7,28,745 छात्र एवं पांच ट्रांसजेंडर थे। लेकिन, परीक्षा में बैठे 9,39,008 प्रतियोगी। इनमें 23,80,067 छात्रा, 6,58,939 छात्र एवं दो ट्रांसजेंडर थे।