नीतीश ने ट्वीट कर लिखा, जाति आधारित जनगणना करने के लिए बिहार के प्रतिनिधि मंडल के साथ आदरणीय प्रधानमंत्री से मिलने का समय मांगा था। प्रधानमंत्री का बहुत बहुत धन्यवाद कि 23 अगस्त को मिलने का उन्होंने समय दिया।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश ने चार अगस्त को पत्र लिखकर प्रतिनिधिमंडल के साथ मिलने का वक्त प्रधानमंत्री से मांगा था। प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से मुख्यमंत्री को पत्र मिलने की जानकारी दी गई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा था कि प्रधानमंत्री जब समय देंगे तब जाकर मिलेंगे।
गौरतलब है कि बिहार में जातीय जनगणना कराने को लेकर बिहार में सियासत गर्म है। विपक्षी पार्टियों के अलावे सत्ताधारी जदयू हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा भी जाति आधारित जनगणना कराने की मांग कर रहा है।
राजद नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिल चुका है। तेजस्वी ने कहा है कि अगर केंद्र सरकार जाति आधारित जनगणना नहीं कराती है तो राज्य सरकार को जाति आधारित गणना करानी चाहिए।