पटना

बिहार बंद का मिला-जुला असर


28 को तीनों कृषि बिल का किया जाएगा होलिका दहन

पटना (आससे)। तीन कृषि कानून वापस लेने, पेट्रोलियम पदार्थों एवं गैस सिलेण्डर पर लगाए गए टैक्स को घटाकर कीमतें आधी करने, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सभी फसलों की खरीद की गारंटी करने, बिजली बिल २०२० को वापस लेने, बिहार सशस्त्र पुलिस बिल को वापस लेने तथा बिहार विधानसभा में विपक्षी पार्टी के विधायकों के साथ पुलिस प्रशासन द्वारा की गई पिटाई के विरोध में राजद, वामपंथी दलों, कांग्रेस, एनसीपी, जाप (लो) एवं अखिल भारतीय किसान संघर्ष समनवय समिति के आह्वान पर आयोजित भारत बंद व बिहार बंद का राज्यभर में मिला जुला असर देखा गया। बंद का असर सुबह से ही दिखने लगा। राज्य के कई हिस्सों में ट्रेन का परिचालन बाधित करने के साथ-साथ सडक़ जाम किया गया एवं बंद समर्थकों द्वारा मार्च निकाला गया। सभाएं की गई।

बंद समर्थकों द्वारा जयनगर-सहरसा जानकी एक्सप्रेस को लहेरियासराय स्टेशन पर रोक दिया गया। जहानाबाद में गया-पटना ४ पीजी ट्रेन के परिचालन को बाधित किया गया। आरा-पटना मुख्य मार्ग एनएच ३० को तथा दरभंगा के बहादुरपुर में मिर्जापुर-कौआही चौक पर लहेरियासराय-रोसड़ा रोड को जाम कर दिया गया। भोजपुर के अंगिआंव में दुर्गा मंदिर के पास, नारायणपुर में एनएच १२ को जाम किया गया। सहार प्रखण्ड में भी बंद का असर देखा गया।

जहानाबाद में काको मोड़ को जाम कर पटना-गया मार्ग पर गाडिय़ों का परिचालन बाधित किया गया। बंद समर्थकों ने जहानाबाद में मार्च निकालने के साथ ही अरवल मोड़ को भी जाम कर दिया। बंद के दौरान नालंदा के हिलसा में इस्लामपुर फतुहा रोड एवं एकंगरसराय में पटना-गया रोड पर आवागमन बाधित रहा। चंडी में भी बंद का असर देखा गया। बक्सर के डुमरांव में एनएच १२० को जाम किया गया। सोनवर्षा में एवं गया जिले के कोच प्रखण्ड में भी सडक़ जाम किया गया। पूर्णिया के रूपौली में तथा समस्तीपुर में ताजपुर गांधी चौक के पास माले समर्थकों द्वारा एनएच पर आने-जाने वाले वाहनों को रोका गया।

राजधानी पटना में भी बंद का असर देखा गया। सुबह ७ बजे के बाद से मीठापुर बस स्टैंड से राज्यभर में अपने गंतव्यों को जाने वाली बसें अन्य दिनों की वनिस्पत काफी कम निकली। यह स्थिति दिन के ३ बजे तक बरकरार रही। पटना में अन्य दिनों की तुलना में ऑटो सेवायें काफी कम दिखी।

बंद के समर्थन में भाकपा माले, किसान सभा, खेग्रामस एवं एक्टू की तरफ से जीपीओ गोलम्बर से मार्च निकाला गया। जोकि पटना जंक्शन गोलम्बर होते हुए डाक बंगला चौराहा पहुंचकर बंद समर्थक दलों द्वारा किये जा रहे सभा में शामिल हो गया। मार्च का नेतृत्व माले राज्य सचिव कुणाल, पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेन्द्र झा, अमर, केडी यादव, माले विधायक अरूण सिंह, सुदामा प्रसाद, रामबली सिंह यादव, सत्यदेव राम, शशि यादव, कमलेश शर्मा, रणविजय कुमार ने किया।

बंद के समर्थन में माकपा कार्यकर्ताओं ने रामपरी एवं मनोज कुमार चंद्रवंशी के नेतृत्व में जुलूस निकाला एवं चिरैयाटांड़ पुल को जाम किया। जहां पर माकपा विधायक डा. सतेन्द्र यादव एवं गणेश शंकर सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार ने खेती एवं किसानी को बर्बाद करने एवं अपने उद्योगपति मित्रों को लाभ पहुंचाने की गरज से तीन कृषि कानूनों को देश की जनता पर थोपा है।

वहीं राज्य की जदयू-भाजपा सरकार केन्द्र सरकार के हाथों की कठपुतली बनी हुई है। विधानसभा की घटना साबित करती है कि अब विधायक भी पुलिस के हाथों सुरक्षित नहीं है। माकपा कार्यकर्ता बाद में पटना जंक्शन गोलम्बर होते हुए डाकबंगला चौराहा पहुंचकर सभा में शामिल हुए।

बंद के समर्थन में प्रदेश अध्यक्ष राघवेन्द्र कुशवाहा के नेतृत्व में जाप (लो) के समर्थकों ने मंदिरी स्थित पार्टी कार्यालय से जुलूस निकाला, जो कि इनकम टैक्स गोलम्बर होते हुए डाकबंगला चौराहा पहुंचा। इस अवसर पर श्री कुशवाहा ने कहा कि किसान अपने जीवन एवं खेती को बचाने के लिए अपना खेत छोडक़र आज देशभर में सडक़ पर उतरे है। केन्द्र सरकार की नजर किसानों की जमीन पर है। जो सस्ते दामों पर उनसे हड़पकर वह अपने पूंजीपति मित्रों को देना चाहती है।

बंद के समर्थन में ऑल इंडिया किसान संघर्ष समन्वय समिति, बिहार के बैनर के साथ किसान सभा के अशोक प्रसाद सिंह एआईकेकेएमएसकेएम के पाठक, किसान मजदूर विकास संगठन के अनिल कुमार, भारतीय किसान बचाओं आंदोलन के बैजनाथ सिंह, राष्ट्रीय किसान मंच के डा. विनय सिंह, सोनेलाल पटेल अमेरिका महतो के नेतृत्व में पटना जंक्शन से रेडियो स्टेशन तक जुलूस निकाला गया।

इस अवसर पर अशोक प्रसाद सिंह ने कहा कि इस समय देश एक व्यापक जन उभार के दौर से गुजर रहा है। इतना विशाल जनसमर्थन वाला जनान्दोलन आजादी के बाद से देश ने अब तक नहीं देखा था। उन्होंने बताया कि २८ मार्च को होलिका दहन के मौके पर संयुक्त किसाना मोर्चा के आह्वान पर राज्यभर में तीनों काले कृषि कानूनों की होलिका जलाई जाएगी।

बंद को सफल बनाने के लिए राजद समर्थकों एवं कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी जुलूस निकाला। बंद की सफलता पर राकांपा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष राणा रणवीर सिंह एवं एसयूसीआई (कम्युनिस्टï) के राज्य सचिव अरूण कुमार सिंह ने राज्य की जनता को धन्यवाद एवं बधाई दी।