पटना

बिहार बजट 2021: दो लाख 18 हजार करोड़ से अधिक का बजट पेश


  • विधानमंडल में सरप्लस बजट पेश
  • 20 लाख को रोजगार का वादा होगा पूरा
  • शिक्षा, सडक़ समाज कल्याण और ग्रामीण विकास, सात निश्चय पार्ट-टू को प्राथमिकता, तकनीकी शिक्षा का होगा विस्तार

(आज समाचार सेवा)

पटना। उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने सोमवार को २०२०-२१ का ३०२ करोड़ का सरप्लस बजट पेश किया। बजट में दो लाख १८ हजार करोड़ ३०२ रुपये का प्रावधान किया गया है। इसमें शिक्षा, सडक़ और समाज कल्याण की योजनाओं के लिए ज्यादा राशि का प्रावधान किया गया है। स्कूलों में खाली पड़े शिक्षक एवं प्रधान शिक्षकों की बहाली इसी वर्ष करने की बात कही गयी है। २० लाख अतिरिक्त रोजगार देने के चुनाव पूर्व वायदे को पूरा करने के लिए कई प्रावधान किये गये हैं।

विभागों का बजट प्रावधान
विभाग                राशि करोड़ में   प्रतिशत
शिक्षा                 २१९३९.०३      २१.९४
ग्रामीण विकास          १६७८२.६६      १६.७८
समाज कल्याण          ८१९०.१५       ८.१९
ग्रामीण कार्य            ७३१३.००       ७.३१
स्वास्थ्य               ६९२७.००       ६.९३
पथ निर्माण             ४४१०.००      ४.४१
नगर विकास एवं आवास    ३९५२.००      ३.०९
जल संसाधन            ३००७.५०      ३.०१
कृषि                  २५३३.८८      २.२३
पीएचइडी               २४९२.१०      २.४९
अन्य विभाग            २२४५१.९८     २२.४६
कुल                  १०००००       १००

बजट पेश करने के बाद उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि इस बजट में आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर बिहार की झलक है। बजट में स्कीम मद में एक लाख ५१८ करोड़, स्थापना एवं प्रतिवद्घ व्यय में एक लाख १७ हजार ७९ करोड़ किया गया है। वेतन पेंशशन पर एक लाख चार हजार ९२८ करोड़ का अनुमान है। कुल प्राप्ति दो लाख १८ हजार ५०२ करोड़ २२ लाख है।

कहां-कहां से आयेगा पैसा
मद                         राशि (करोड़ में)
केंद्रीय करों में हिस्सेदारी          ९११८०.६०  
केंद्र से प्राप्त सहायता अनुदान      ५४५३१.२१  
राज्य के कर राजस्व             ३५०५०.००  
राज्य के गैर राजस्व              ५५०५.४७  

कहां कितना खर्च होगा
मद                                राशि (करोड़ में)
सहायक अनुदान, वेतन आदि के अलावा      ५९४९९.२३
सहायक अनुदान परिसंपत्तियों के निर्माण      ३२८५८.८४  
पेंशन                               २१८१७.१५
ब्याज भुगतान                         १४५१७.४१
छात्रवृति                              ४०९१.८१
सब्सिडी                              ८६०१.२८
आपदा में राहत                        २१८४.२६
अनुरक्षण एवं मरम्मत                   ४७५७.९८
अन्य व्यय                           ११५६३.४०
पूंजीगत व्यय                         ४१२३१.००

उन्होंने कहा कि कोरोना के कालखंड में विकास का पहिया थम गया था। इसका असर बिहार पर भी पड़ा। सबों के सहयोग से संकट का सामना किया गया। राज्य में वर्तमान कोरोना के ५३६ एक्टिव केस हैं। लोगों को सजग और सचेत रहना होगा। कई राज्यों में कोराना कहर का दूसरा दौर शुरू हो गया है। इस दृष्टिकोण से बिहार के लोगों को सतर्क और सजग रहना होगा। इस बजट में जनता से किये गये वायदे को पूरा करने का प्रयास किया गया है। २० लाख को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उद्यमशिलता विभाग का गठन किया जा रहा है। जिला में मेगा स्कील सेंटर तो बनेंगे ही साथ में प्रमंडल स्तर पर टूल सेंटर खोला जायेगा।

 

श्री प्रसाद ने कहा कि सात निश्चय पार्ट टू पर ४६७ करोड़ खर्च किया जायेगा। नीति आयोग की बैठक में मुख्यमंत्री ने बैंकों के गैर जिम्मेवाराना हरकतों का जिक्र करते हुए कहा है कि पैसा बिहार का और निवेश दूसरे राज्य में इस प्रवृति पर आप ही रोक लगाईये। साथ ही सीडी रेशियों बढ़ाने पर जोर दिया गया है। बजट में तकनीकी शिक्षा के विस्तार पर जोर दिया गया है।